-किला गोबिन्दगढ़ के काम के लिए 15 करोड़ देने का ऐलान
-अंतरराष्टीय फूड स्ट्रीट के लिए पौने ग्यारह करोड़ रुपए का टैंडर जारी
-अमृतसर में से विश्व फूड फेस्टिवल और विरासती रसोई सम्मेलन की शुरुआत
-70 देशों के खानसामे ले रहे हैं हिस्सा
चंडीगढ़/अमृतसर: अमृतसर में विश्व फूड फेस्टिवल और विरासती रसोई सम्मेलन की शुरुआत करते हुए स्थानीय निकाय और पर्यटन मंत्री पंजाब स. नवजोत सिंह सिद्धू ने विश्व के महान खानसामों को न्योता दिया कि वह होटल और पर्यटन उद्योग की ज़रूरतें पूरी करने के लिए पंजाब में ‘इंडियन कुलीनरी इंस्टीट्यूट’ खोलने, पंजाब सरकार उनको जगह देने के साथ-साथ प्रत्येेक तरह का सहयोग देगी। स. सिद्धू ने कहा कि आज हमारे बच्चे विश्व स्तर की पढ़ाई करने के लिए 30 -30 लाख रुपए लगा कर विदेशों को जा रहे हैं, जिससे जहाँ हमारा पैसा बाहर जा रहा है, वहीं हमारे बेशकीमती मानवीय संसाधन भी विदेश को प्रवास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा इंस्टीट्यूट अमृतसर या मोहाली में बनता है, तो इससे अच्छे कलाकार शिक्षा के साथ-साथ हमारी पीढ़ी के लिए रोजग़ार के मौके पैदा होंगे और विदेशों में से भी विद्यार्थी पढऩे के लिए हमारे पास आऐंगे।
उन्होंने इस मौके पर किला गोबिन्दगढ़ के नवीनीकरन संबंधी चल रहे काम की आखिरी 15 करोड़ रुपए की किश्त जारी करने का ऐलान करते हुए कहा कि यह विरासती इमारतें हमारी शान का प्रतीक हैं और इनको संभालना हमारा फज़ऱ् है। उन्होंने बताया कि टाऊन हाल में अंतरराष्ट्रीय फूड स्ट्रीट बनाने के लिए सरकार द्वारा करीब पौने ग्यारह करोड़ रुपए का टैंडर जारी कर दिया गया है और हम 31 मार्च, 2020 तक वहां फूड स्ट्रीट चालू कर देंगे। उन्होंने बताया कि इस स्ट्रीट में 16 फूड कोर्ट, 2 बड़े रैस्टोरैंट, कैफेटेरिया, 5 आर्ट और क्राफ्ट की दुकानें, प्रदर्शनी हॉल और कान्फ्ऱेंस रूम शामिल हैं।
‘द वल्र्ड कल्चर क्लीनरी हेरिटेज कमेटी’ द्वारा फूड फेस्टिवल के लिए अमृतसर का चयन करने पर धन्यवाद करते हुए स. सिद्धू ने कहा कि मैं इन मेहमानों का दिल से स्वागत करता हूं, जिन्होंने हमारे शहर में विश्व स्तर का सम्मेलन करवाया है। उन्होंने कहा कि आज भोजन केवल ख़ुराक और स्वाद तक सीमित नहीं, आज यह बड़ा उद्योग है, जिसमें करोड़ों लोग रोजग़ार कमा रहे हैं। इस मौके पर विश्व सेफ एसोसिएशन के चेयरमैन थोमस गुगलर ने कहा कि ऐसे सम्मेलन विरासती भोजन और संस्कृति को सँभालने का प्रयास हैं और मैं समझता हैं कि भारत विरासती खाने में बहुत आगे है।
प्रसिद्ध खानसामे मनजीत गिल ने इस सम्मेलन के लिए जिला प्रशासन और पंजाब सरकार की तरफ से मिले सहयोग के लिए विशेष तौर पर धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि डिप्टी कमिशनर स. कमलदीप सिंह संघा के सहयोग के बिना हमारे लिए यह सम्मेलन कर पाना असंभव था। इस मौके पर दूसरो के अलावा श्रीमती नवजोत कौर सिद्धू, सचिव पर्यटन विभाग श्री विकास प्रताप सिंह, डिप्टी कमिशनर स. कमलदीप सिंह संघा, कमिशनर पुलिस श्री एस. श्रीवास्तव, डायरैक्टर स. मलविन्दर सिंह जगी, मैडम दीपा शाही, सम्मेलन के निदेशक हरबी सिद्धू, मैनेजिंग डायरैक्टर मैरिड और अन्य शख्सियतें उपस्थित थी।