चंडीगढ़: मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार द्वारा भ्रष्टाचार के विरुद्ध अपनाई ज़ीरो सहशीलता की नीति को मुख्य रखते हुये पंजाब विजीलैंस ब्यूरो की तरफ से चलाई मुहिम के दौरान सोमवार को ज्यूडिशियल कंपलैक्स समराला, ज़िला लुधियाना में तैनात ए. एस. आई. अवतार सिंह नायब कोर्ट को 7000 रुपए की रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों काबू कर लिया गया।
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आज यहाँ यह जानकारी देते हुए पंजाब विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि मुलजिम ए. एस. आई. अवतार सिंह को सन्दीप कुमार निवासी गियानपुरा, उत्तर प्रदेश, जोकि अब माछीवाड़ा की नागरा कालोनी में रह रहा है, की शिकायत पर गिरफ़्तार किया गया है। विवरण देते हुये उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता ने विजीलैंस ब्यूरो के दफ़्तर लुधियाना में पहुँच कर शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसके खि़लाफ़ अदालत में चलते एक दुर्घटना का केस में दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया है परन्तु उक्त नायब कोर्ट इस समझौते को सम्पूर्ण करने के लिए अदालत में उसके बयान दर्ज करवाने की ख़ातिर सहायक सरकारी वकील के नाम पर 20,000 रुपए की माँग कर रहा है और सौदा 7000 रुपए में तय हो गया है।
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प्रवक्ता ने बताया कि शिकायत में दर्ज तथ्यों की पड़ताल के उपरांत विजीलैंस ब्यूरो की एक टीम ने ज्यूडिशियल कंपलैक्स समराला में नायब कोर्ट अवतार सिंह ए. एस. आई को दो सरकारी गवाहों की हाज़िरी में 7000 की रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों काबू कर लिया। इस सम्बन्धी मुलजिम के खि़लाफ़ मुकदमा नं. 10 तिथि 01.08.2022 को भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की धारा 7 तहत विजीलैंस ब्यूरो के थाना लुधियाना में दर्ज किया गया है और आगे जांच जारी है।