विजीलैंस द्वारा मित्तल ब्रदर्ज़ के टिकानों पर छापा

-बीडीपीओ जतिन्दर सिंह ढिल्लों के घर की भी छानबीन
चंडीगढ़,-: पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने ब्लाक समिति खरड़ के फंडों में 50 लाख रुपए के गबन के मामले में आज जे.आर. प्रिंटजऱ् के सहयोगी पुनीत मित्तल, राजिंदरपाल मित्तल और जीतपाल मित्तल के पटियाला और संगरूर में स्थित रिहायशी और कारोबारी टिकानों पर छापे मारे। इसके अलावा बीडीपीओ जतिन्दर सिंह ढिल्लों के घर की भी छानबीन की गई।
इसका खुलासा करते हुए विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने कहा कि ब्यूरो द्वारा उपरोक्त मुलजिमों के खि़लाफ़ 7 जून, 2018 को दर्ज एफआईआर नंबर 6 की जांच के दौरान छापे मारने के लिए अलग अलग टीमें भेजी गई थी। इसके अलावा बीडीपीओ खरड़ और ब्लाक समिति खरड़ के दफ़्तरों से अलग अलग पंचायतों का प्रयोग के लिए स्टेशनरी वस्तुओं की खऱीद के लिए ज़्यादा पैसे ख़र्च करने से संबंधित रिकार्ड भी कब्ज़े में लिया गया।
प्रवक्ता ने बताया कि ब्यूरो ने एस.ए.एस. नगर में विशेष जज के समक्ष यह केस मजबूती से रखा और ग्रिफ़्तार मुलजिम ब्लाक समिति खरड़ के चेयरमैन रेशम सिंह का तीन दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया। उन्होंने बताया कि सरकारी फंडों में गबन से संबधित रिकार्ड कब्ज़े में लेने के लिए विजीलैंस ब्यूरो के अधिकारी रेशम सिंह को बीडीपीओ खरड़ और ब्लाक समिति के दफ़्तरों में भी ले कर गए।
जांच के दौरान रेशम सिंह ने खुलासा किया कि बीडीपीओ ढिल्लों और मित्तल ब्रदर्ज़ (जे.आर. प्रिंटर्ज़ के हिस्सेदार) मुख्य साजि़शकर्ता हैं। उन्होंने माना कि बीडीपीओ ढिल्लों ने उनको इस गैरकानूनी कार्यवाही के लिए मनाया और उन्होंने ढिल्लों की पसंदीदा फर्म जे.आर. प्रिंटर्ज़ को सामान के ऑडर जारी करने के लिए अपने दफ़्तर में रिश्वत ली।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि जांच में यह भी पता चला कि इस विवादित फर्म ने कोई माल सप्लाई नही किया और आपस में सांठगांठ करके पैसे बाँट लिए। उन्होंने बताया कि मामले की अगामी जांच चल रही है।

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