सकूल शिक्षा विभाग ने अपनी नई से नई पहलकदमियों को और आगे बढ़ाते हुए शिक्षा मंत्री श्री विजय इंदर सिंगला के निर्देशों अनुसार सभी सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों की प्राप्तियों का सर्वेक्षण करवाने का फैसला किया है।
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा श्री सिंगला की देख-रेख में करवाए जाने वाले इस सर्वेक्षण की तैयारी सम्बन्धी सचिव स्कूल शिक्षा श्री कृष्ण कुमार द्वारा ‘पंजाब प्राप्ति सर्वेक्षण’ (पंजाब अचीवमेंट सर्वे) की तैयारी के लिए डी.पी.आईज., नोडल अफसरों, जिला शिक्षा अफसरों, ब्लॉक प्राथमिक शिक्षा अफसरों और दूसरे अधिकारियों के साथ विस्तृत ऑनलाइन मीटिंग की गई है।
इसकी जानकारी देते हुए स्कूल शिक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि इस सर्वेक्षण में चालू शैक्षिक सत्र 2020-21 के दौरान राज्य के सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में शैक्षिक गुणवत्ता की परख की जायेगी। इस सर्वेक्षण की शुरुआत अगस्त महीने में होने वाले प्रश्नोत्तरी के साथ होगी और इसके पंद्रह दिन बाद फिर से सर्वेक्षण सम्बन्धी प्रश्नोत्तरी (कुइज) होगी। सितम्बर महीने में बच्चों का पहला मोक टैस्ट होगा। दूसरा मोक टैस्ट अक्तूबर और तीसरा टैस्ट नवंबर महीने में पूरा किया जायेगा। इस सर्वेक्षण के लिए कोई अलग पाठ्यक्रम नहीं होगा और यह पहले से पढ़ रहे विषयों के पाठ्यक्रम पर ही आधारित होगा। इस सर्वेक्षण के लिए कक्षावार विषयों का चयन किया गया है जिसके अंतर्गत प्राथमिक कक्षाओं के सभी विषय, छठी से दसवीं तक के 4 विषयों (अंग्रेजी, गणित, विज्ञान और सामाजिक शिक्षा) और 11वीं और 12वीं कक्षा के कुछ चुनिंदा विषयों पर आधारित यह सर्वे करवाया जायेगा।
इस सर्वे की सफलता के लिए सम्बन्धित जिलों के नोडल अफसर, जिला शिक्षा अफसर, ब्लॉक शिक्षा अफसर, शिक्षा सुधार टीमें, जिला और ब्लॉक मेंटर्स, पढ़ो पंजाब पढ़ाओ पंजाब टीम, स्कूल प्रमुख और अध्यापकों को विद्यार्थियों की तैयारी करवाने और उत्साहित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सर्वेक्षण सम्बन्धी सभी जिलों के जिला और ब्लॉक मेंटर्स, अध्यापकों को प्रशिक्षण देंगे और अध्यापक द्वारा आगे बच्चों को इस सम्बन्धी जानकारी देने के साथ-साथ भाग लेने के लिए प्रेरित करेंगे। सर्वेक्षण की तैयारी के लिए नमूने के तौर पर प्रशनोत्तरी सम्बन्धी सहायक सामग्री विभाग द्वारा ऑनलाइन मुहैया करवाई जायेगी। इसके अलावा बच्चों पर माता-पिता को इस सर्वेक्षण सम्बन्धी अलग-अलग साधनों के द्वारा अधिक से अधिक जागरूक किया जायेगा। इस सर्वेक्षण का मुख्य मंतव्य विभाग द्वारा अपने अध्यापकों और विद्यार्थियों को हर पक्ष से केंद्र सरकार द्वारा करवाए जाने वाले नेशनल अचीवमेंट सर्वेक्षण के लिए तैयार करना है।