चंडीगढ़, 12 फरवरी:
हिंसा की पीडि़त औरतों के अधिकारों की रक्षा के अमल को और मज़बूत करने के लिए पंजाब के सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा दो पड़ावों में ‘वन स्टॉप सखी सैंटर’ विषय पर हफ़्ता भर चलने वाली राज्य स्तरीय ऑनलाइन प्रशिक्षण वर्कशाप करवाई जा रही है।
पहले पड़ाव के अंतर्गत 10 से 12 फरवरी तक करवाई गई ऑनलाइन प्रशिक्षण के दौरान सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्रीमती राजी पी. श्रीवास्तव ने कहा कि वर्कशाप का उद्देश्य पंजाब में वन स्टॉप सखी सेंटरों के स्टाफ को औरतों के साथ हुई हिंसा से जुड़े सवेदनशील मामलों के बारे में विभिन्न कानूनों, नीतियों, हल के लिए
अपनाए जाने वाले तौर-तरीकों, अन्य विभागों की भूमिका और गंभीर मुद्दों से निपटने संबंधी जानकारी देना सुनिश्चित बनाना है।
डायरैक्टर श्री विपुल उज्जवल ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि इस प्रशिक्षण वर्कशॉप के बाद वन स्टॉप सखी सैंटर का स्टाफ औरतों के साथ हुई हिंसा के सभी मामलों के साथ संवेदनशील ढंग से निपटा सकेगा। इसके अलावा स्टाफ को पीडि़त औरतों को नैतिक और संस्थागत सहायता प्रदान करने, महिलाओं के लिए सुखद और सुरक्षित माहौल पैदा करने, औरतों के साथ हुई हिंसा से संबंधित विभिन्न कानूनों /संवैधानिक व्यवस्थाओं /नीतियों आदि में ताज़ा संशोधनों और नवीनतम जानकारियों को समझने और लागू करने, पीडि़त औरतों की सेहत सम्बन्धी ज़रूरतों और अधिकारों को समझने, सवेदनशील और ग़ैर-पक्षपाती ढंग से उचित जवाब देने, पीडि़त औरतों को सलाह-मश्वरा देने और उनकी सुरक्षा और सुनवाई के लिए सहायता मुहैया करवाने के योग्य बनाने में भी प्रशिक्षण वर्कशॉप पूरी मदद प्रदान करेगी।
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तीन दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण वर्कशाप के दौरान अतिरिक्त जि़ला और सैशन जज-कम-अतिरिक्त मैंबर सचिव पंजाब राज्य कानूनी सेवाएं अथॉरिटी (पी.यू.एल.एस.ए.) डॉ. मनदीप मित्तल, डिप्टी कमिश्नर जालंधर श्री घनश्याम थोरी, डिप्टी कमिश्नर होशियारपुर श्रीमती अपनीत रियात, यू.एन. आबादी फंड (यू.एन.एफ.पी.ए) और ओ.एक्स.एफ.ए.एम. इंडिया की सलाहकार श्रीमती उज्जवला काडरेकर, विश्व स्वास्थ्य संगठन के महिलाओं के साथ हुई हिंसा के ख़ात्मे सम्बन्धी राष्ट्रीय प्रोजैक्टस के नुमायंदे डॉ. जुपाका माधवी और यू.एन. आबादी निधि की सलाहकार श्रीमती अनूजा गुलाटी ने औरतों, उनके अधिकारों, स्वास्थ्य सम्बन्धी मुद्दों और मुआवज़ा योजनाओं आदि विषयों के बारे में विस्तृत प्रकाश डाला।