चंडीगढ़, 24 अगस्त:
पंजाब के वन मंत्री स. साधु सिंह धर्मसोत ने आज 71वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव के मौके पर लोगों को समर्पित कई अन्य प्रोजेक्टों की शुरूआत की, जिसमें धरती पर वातावरण संतुलन बनाई रखने के मद्देनजऱ वनों और वातावरण के महत्वपूर्ण सम्बन्ध पर ज़ोर दिया गया।
श्री धर्मसोत ने चिंता ज़ाहिर करते हुये कहा कि वन अधीन क्षेत्र को घटाने और कृषि अधीन क्षेत्रफल में वृद्धि के नतीजे के तौर पर राज्य में भूजल घटता जा रहा है और विकास सम्बन्धी गतिविधियां हवा और पानी प्रदूषण और जलवायु परिपर्तन का कारण बन रही हैं।
उन्होंने आगे कहा कि जलवायु परिवर्तन को स्थिर रखने का एकमात्र ज़रिया वन हैं जो वायुमंडल की कार्बन डाइऑक्साइड को सोखते हैं।
स. धर्मसोत ने कहा कि पहला वन महोत्सव साल 1950 में मनाया गया था, जबकि पंजाब में अभी भी वनों के अधीन क्षेत्रफल कम है। उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार ने साल 2030 तक वनों के अधीन क्षेत्रफल को 6.83 फ़ीसदी से 7.5 फ़ीसदी तक बढ़ाने की योजना बनाई है। साल 2019 की सैटेलाइट रिपोर्ट के अनुसार राज्य में वनों के अधीन क्षेत्रफल में 11.63 वर्ग किलोमीटर का विस्तार हुआ है।
इस मौके पर वन मंत्री ने विभिन्न सरकारी एजेंसियों जैसे डीसीज़ / डीएफओज़ / पैरा मिलिट्री फोर्सिज़ / स्कूलों और अन्य भाईवालों जैसे एनजीओज़ आदि के सहयोग से एक करोड़ से अधिक पौधे लगाने के लिए राज्य स्तरीय व्यापक मुहिम शुरू की।
इसके इलावा राज्य के नागरिकों को वृक्षों और वनों की सुरक्षा में सहयोग के समर्थ बनाने के लिए आई-रखवाली मोबाइल ऐपलीकेशन शुरू की जिसके ज़रिये लोग वनों से जुड़े अपराधों सम्बन्धी शिकायतें सीधे सम्
-Nav Gill