कपूरथला, 19 नवंबर
कोविड संकट के बीच जहां पूरी दुनिया में औद्योगिक विकास में तेजी से गिरावट देखी जा रही है, वहीं रेलवे कोच फैक्टरी (आरसीएफ) ने अपने कोच उत्पादन में तेजी से विकास किया है जो आरसीएफ की जनशक्ति की दृढ़ता और समर्पण के कारण है। आरसीएफ ने लॉकडाउन के बीच 23 अप्रैल से दोबारा काम शुरू होने पर पोस्ट कोविड कोच, पार्सल कोचों का हल्का संस्करण के अलावा अन्य बहुत तरह के डिब्बों का निर्माण किया है।
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अब आरसीएफ ने 160 किलोमीटर प्रति घंटे और अन्य विशेष सुविधाओं के साथ चलने में सक्षम सेमी हाई स्पीड डबल डेकर कोच का निर्माण किया है। यह डबल डेकर विशेष रूप से व्यस्त मार्गों के लिए हैं और यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के अलावा यात्रा को सुखद और आरामदायक बनाने के लिए कई सुविधाओं से संपन्न है। इस डबल डेकर कोच में 120 सीटें हैं। ऊपरी डेट में 50 जबकि निचले डेट में 48 सीटें हैं। मध्य में 16 और 6 सीटें हैं।
आरामदायक यात्रा के लिए अनुकूलित चौड़ा गलियारा, खूबसूरत अंदरूनी दृश्य,ओवरहेड खुला ढुला सामान का रैक, खिड़कियों के साथ मोबाइल और लैपटॉप चार्जिंग सॉकेट, जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रणाली, ऑनबोर्ड वाई-फाई और अन्य यात्री केंद्र सुविधाओं के साथ एलईडी गंतव्य बोर्ड इसकी विशेष सुविधाएं हैं। यात्री क्षेत्र में प्रवेश स्वचालित स्लाइडिंग दरवाजे के माध्यम से पहुंचने योग्य है। यात्रियों की सुविधाओं के लिए प्रत्येक कोच में मिनी पैंट्री की व्यवस्था भी की गई है। उल्लेखनीय है कि भारतीय रेलवे में डबल डेकर कोचों के उत्पादन के लिए आरसीएफ पहली और एकमात्र उत्पादन इकाई है।
-Nav Gill