-राष्ट्रीय कौशल मुकाबलों में पंजाब की झोली में आए 8 पदक
-विजेता 2019 में कज़ान (रूस) में होने वाले विश्व कौशल मुकाबलों में लेंगे हिस्सा
चंडीगढ़ : पंजाब के नौजवानों ने राष्ट्रीय कौशल मुकाबलों में 8 पदक जीतकर राज्य का नाम रोशन किया है जिनमें 3 स्वर्ण, 1 रजत, 2 कांस्य और 2 अन्य पदक भी शामिल हैं। यह कौशल मुकाबले 2 से 5 अक्तूबर, 2018 तक औरंगाबाद, चेन्नई और दिल्ली में करवाए गए।
पंजाब के तकनीकी शिक्षा एवं औद्योगिक प्रशिक्षण और रोजग़ार उत्तपत्ति मंत्री श्री चरनजीत सिंह चन्नी ने विजेताओं और पंजाब कौशल विकास मिशन की टीम को इस प्राप्ति के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार राज्य के नौजवानों को कौशलपूर्ण बनाने और विश्व स्तर के उद्योगों की ज़रूरतों के अनुसार रोजग़ार मुहैया करवाने के लिए मुफ़्त प्रशिक्षण प्रदान करेगी।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब कौशल विकास मिशन के अंतर्गत राष्ट्रीय कौशल मुकाबलों के विजेताओं को सम्मानित करेगी और ऐसे कौशलपूर्ण नौजवानों के लिए अच्छे रोजग़ार अवसरों का रास्ता सपाट करने को यकीनी बनाएगी। उन्होंने कहा कि 2019 में कज़ान, रूस में होने वाले विश्व कौशल मुकाबलों में भारत की नुमायंदगी करने जा रहे इन विजेताओं को भारतीय कौशल दल द्वारा प्रशिक्षण दिया जायेगा।
तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण के सचिव और पंजाब कौशल विकास मिशन के मैंबर सचिव श्री डी.के तिवाड़ी ने बताया कि ऐसा पहली बार है जब पंजाब कौशल विकास मिशन द्वारा पंजाब में कुल 42 विभिन्न कौशलों के मुकाबले आयोजित करवाए गए जिनमें ज़ोन स्तर पर 4800 नौजवानों ने हिस्सा लिया है। ज़ोन स्तर के विजेताओं द्वारा 26 अलग-अलग कौशलों में कुल 20 स्थानों पर करवाए राज्य कौशल मुकाबलों में भाग लिया गया।
पी.एस.डी.एम ने इन नौजवानों को राज्य के और इससे बाहर के उद्योगों और सैंटर ऑफ एक्सीलेंस से प्रशिक्षण मुहैया करवाया था। प्रशिक्षण लेने के बाद राज्य कौशल मुकाबलों के इन 52 विजेताओं ने स्किल इंडिया द्वारा लखनऊ, चेन्नई, जयपुर और भुवनेश्वर में आयोजित क्षेत्रीय कौशल मुकाबलों में हिस्सा लिया। उन्होंने बताया कि केवल 14 नौजवान ही क्षेत्रीय कौशल मुकाबले से राष्ट्रीय कौशल मुकाबले तक का सफऱ तय कर सके, जोकि 2 से 6 अक्तूबर, 2018 तक आयोजित करवाए गए थे।
राष्ट्रीय कौशल मुकाबलों के विजेताओं बारे जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि तीन प्रतियोगी शुभम, हिमांशु वोहरा और सोम्यजीत दत्ता द्वारा क्रमवार साईबर सुरक्षा, प्लम्बिंग एंड हीटिंग और क्लाउड कम्प्यूटिंग में स्वर्ण पदक हासिल किये गए। विनायक शर्मा ने इंडस्ट्रियल कंट्रोल में रजत पदक जबकि यशजीत और गुरविन्दर कौर ने क्रमवार सीएनसी मिलिंग और कंक्रीट कंस्ट्रक्शन में कांस्य पदक जीते। इसके अलावा शगुन वशिष्ट और सुखवीर सिंह को विश्व कौशल मुकाबलों के नियमों के अनुसार स्वास्थ्य एवं सामाजिक देखभाल और अगुवाई करने के तौर पर मैडलेन ऑफ एक्सीलेंस के तौर पर सम्मानित किया गया। विजेताओं को सम्मान के तौर पर क्रमवार 1 लाख रुपए, 75,000 रुपए और 50,000 रुपए की नकद राशि दी गई।