राज्य सरकार हर दुख-सुख में शहीद के परिवार के साथ – मुख्यमंत्री
शहीद के गाँव जाकर परिवार के साथ दुख किया साझा
लोहके कलाँ ( फ़िरोज़पुर): पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने देश की सुरक्षा की ख़ातिर शहीद होने वाले सैनिकों के पारिवारिक सदस्यों को हर संभव सहायता देने के लिए राज्य सरकार की दृढ़ वचनबद्धता को दोहराते हुए आज शहीद सैनिक कुलदीप सिंह के परिवार को एक करोड़ रुपए का चैक सौंपा। शहीद कुलदीप सिंह कुछ दिन पहले देश के प्रति अपना कर्तव्य निभाते हुए भारत-चीन सीमा पर अपनी जान न्यौछावर कर गए थे।
शहीद सैनिक के पैतृक गाँव लोहके कलाँ में पारिवारिक सदस्यों के साथ दुख साझा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘भारतीय सेना के 21 सिख रेजीमेंट के जवान कुलदीप सिंह ने देश की सरहदों की रक्षा करते हुए महान बलिदान दिया और पंजाब सरकार इस बहादुरी को सलाम करती है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हर दुख-सुख में परिवार के साथ खड़ी है और दुख की इस घड़ी में उसकी मदद के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी। भगवंत मान ने कहा कि देश की सुरक्षा और प्रभुसत्ता की रक्षा के लिए शहीद होने वाले जवान कुलदीप सिंह के बलिदान के लिए देशवासी सदा ऋणी रहेंगे। शहीद सैनिक कुलदीप सिंह को श्रद्धांजलि भेंट करते हुए भगवंत मान ने कहा कि उन्होंने अपना कर्तव्य निभाते हुए बहादुरी, पेशेवर वचनबद्धता और साहस का प्रदर्शन करके मुल्क और ख़ासकर पंजाब का नाम रौशन किया है।
जवान कुलदीप सिंह के बेमिसाल बलिदान को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब के इस बहादुर सपूत के परिवार को इस बात पर गर्व होना चाहिए कि उसने साधारण मौत की बजाय शहीदी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने परिवार के सदस्यों को भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार संकट की इस घड़ी में उनकी मदद के लिए पूर्ण तौर पर वचनबद्ध है और परिवार की मदद के लिए हर कदम उठाया जायेगा। भगवंत मान ने कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि यह बहुत बड़ी क्षति है परन्तु उसकी मौत पर शोक करने की बजाय हम सभी को उसकी शहादत पर गर्व महसूस करना चाहिए क्योंकि उसने एक बड़े उद्देश्य के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी।’’
राज्य की शौर्यगाथा की शानदार परंपरा को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब ने ऐसे शूरवीरों के बलिदानों स्वरूप शांति, सांप्रदायिक सदभावना और भाईचारक सांझ को सदा ही कायम रखा है। उन्होंने कहा कि सभी देशवासी इस राष्ट्रीय नायक के परिवार के साथ हैं, जिन्होंने अपनी मातृभूमि की सरहद की रक्षा के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी। भगवंत मान ने कहा कि इस बहादुर जवान ने देश की सेवा पूरी लगन और समर्पित भावना के साथ करने के उच्च आदर्शों को कायम रखा।