मुख्यमंत्री ने कोविड मामलों में तेज़ी से वृद्धि होने के मद्देनजऱ ऑक्सीजन की मदद के लिए केंद्र सरकार को दो दिनों में दूसरी बार पत्र भेजा

चंडीगढ़, 25 अप्रैल:

राज्य में तेज़ी से घट रही ऑक्सीजन की सप्लाई के मद्देनदजऱ पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कोटे के वितरण में तत्काल वृद्धि करने के लिए आपात मदद के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन को दो दिनों के अंदर आज दूसरी बार पत्र भेजा है।

दिल की धड़कनें अब रहेंगी आप के कंट्रोल में, चिंता की नहीं कोई बात || Dr. Joginder Tyger ||

मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव विनी महाजन को निर्देश दिए कि भारत सरकार के समक्ष ज़रूरी सप्लाई के लिए पैरवी की जाए और दिल्ली एवं अन्य राज्यों से मरीज़ों की संख्या बढऩे और स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मैडीकल ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ाने की माँग उठाई जाए। उन्होंने मुख्य सचिव को अमृतसर के लिए ज़रूरी सप्लाई भेजने के लिए कहा, जहाँ एक प्राईवेट अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के कारण बीते दिन कीमती जानें चली गईं।

ना बढ़ेगा शुगर ना बड़े B.P. सटीक फार्मूला || Dr. Biswaroop Roy Chowdhury ||

स्थिति की गंभीरता का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने उद्योग के प्रमुख सचिव से राज्य में अस्पतालों की ज़रूरत के अनुसार ऑक्सीजन की माँग एवं आपूर्ति की स्थिति संबंधी हर चार घंटे की रिपोर्ट माँगी है।

 

मासिक धर्म में गड़बड़ी हो तो… || Dr. Anil Shrivastav ||

मुख्यमंत्री द्वारा प्रतिदिन कम से कम 250 मीट्रिक टन तक तरल मैडीकल ऑक्सीजन (एल.एम.ओ.) की सप्लाई बढ़ाने की की गई माँग के बावजूद शनिवार को एल.एम.ओ. जारी की गई, नए वितरण के मुताबिक पंजाब का कोटा बढ़ाने में केंद्र की नाकामी के बाद आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को एक और पत्र लिखा गया है।

मुख्यमंत्री ने आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर कोविड मामलों में निरंतर वृद्धि के कारण पंजाब का तरल ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाकर रोज़ाना का 250 एम.टी. तक करने की अपील की गई है और इस सम्बन्ध में उनको तुरंत निजी दख़ल देने की माँग की है।

अपने पिछले पत्र की लगातारता में लिखते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘पिछले कुछ दिनों से स्थिति बहुत गंभीर हो गई है, क्योंकि हमारी एल.एम.ओ. की सप्लाई बढ़ी हुई माँग को पूरा करने के योग्य नहीं है।’’

उन्होंने आगे लिखा कि राज्य के बाहर से पंजाब को प्रतिदिन कम से कम 250 मीट्रिक टन एल.एम.ओ. आवंटित करने की विनती के बावजूद, भारत सरकार द्वारा 24 अप्रैल, 2021 को जारी की गई एल.एम.ओ. के नए वितरण में पंजाब के कोटे में वृद्धि नहीं की गई, हालाँकि अन्य राज्यों के लिए इसका आवंटन बढ़ाया गया है, जैसे कि (कर्नाटक (167 प्रतिशत), तेलंगाना (20 प्रतिशत), राजस्थान (29 प्रतिशत), आदि)।

यह जि़क्र करते हुए कि संभावित तौर पर ऑक्सीजन की सप्लाई न होने के कारण बीते दिन अमृतसर में छह व्यक्तियों की मौत हो गई, उन्होंने कहा कि पंजाब में एल.एम.ओ. उत्पादन का कोई बड़ा सामथ्र्य नहीं है और यह ज़्यादातर राज्य के बाहर से सप्लाई पर निर्भर है, इसलिए मंत्री के तत्काल दख़ल की ज़रूरत है।

इस समय केंद्रीय पूल से पंजाब के लिए मैडीकल ऑक्सीजन की रोज़ाना की अलॉटमैंट 105 मीट्रिक टन है, जिसमें स्थानीय ए.एस.यूज़ का उत्पादन शामिल नहीं है, जो पंजाब में लगभग 60 मीट्रिक टन तरल ऑक्सीजन पैदा करते हैं और अलग-अलग रीफिलजऱ्, बौटलिंग प्लांट्ज़ और डिस्ट्रीब्यूटरों की ज़रूरतों को पूरा करते हैं। सरकारी अस्पतालों (सरकारी मैडीकल कॉलेज और अस्पताल फरीदकोट, जि़ला अस्पताल जालंधर और लुधियाना) और निजी अस्पतालों में कुछ पी.एस.ए. प्लांट हैं जो इनके हिस्से की ज़रूरतें पुरी करते हैं और राज्य के लिए उपलब्ध ऑक्सीजन के पूल में जोड़ते हैं।

दूसरी तरफ़ पंजाब के लिए कोविड-19 मरीज़ों के लिए रोज़ाना का उपभोग/ज़रूरत 25 अप्रैल तक लगभग 200 मीट्रिक टन है और ग़ैर-कोविड मरीज़ों के लिए लगभग 50 मीट्रिक टन है (इमरजैंसी और अन्य आवश्यक ज़रूरतें जो रोकी नहीं जा सकतीं)। इसी तरह स्वास्थ्य सेवा के लिए कुल रोज़ाना की ज़रूरत/उपभोग 250 मीट्रिक टन तरल मैडीकल ऑक्सीजन बनती है। यह मामले सामने आने की दर के अनुमानों के अनुसार अगले 2 हफ़्तों में तकरीबन 250-300 मीट्रिक टन तक बढऩे की उम्मीद है। राज्य में सरकारी और निजी दोनों सुविधाओं समेत सभी स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए मैडीकल ऑक्सीजन के भंडारन का सामथ्र्य लगभग 370 मीट्रिक टन है।

-Nav Gill

LEAVE A REPLY