चंडीगढ़, 19 सितम्बरः
सरदूलगढ़ के बी.डी.पी.ओ. द्वारा अपने स्तर पर जारी किये गए पत्र का गंभीर नोटिस लेते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने शनिवार को बी.डी.पी.ओ. के मुख्यालय में तबादले और जारी पत्र तुरंत वापस लेने के आदेश दिए जिसमें यह गलत दावा किया गया कि पंजाब सरकार द्वारा किसान धरनों का प्रबंध किया गया है।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा ऐसा कोई प्रदर्शन नहीं किया गया जैसे कि ब्लॉक विकास एवं पंचायत अधिकारी (बी.डी.पी.ओ.) द्वारा दावा किया गया है। वास्तव में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार कोविड महामारी के चलते किसी भी रोष प्रदर्शन करने की बजाय सभी राजसी पार्टियों को ऐसे सार्वजनिक जलसे करने से परहेज करने का अनुरोध कर रही है।
अति उत्साहित बी.डी.पी.ओ. ने अपने स्तर पर ही 21 सितम्बर को धरने का ऐलान कर दिया और अपने ब्लॉक अधीन समूह पंचायत सचिवों को पत्र जारी करके सभी सरपंचों को इन धरनों में शामिल होने के लिए कहा। प्रवक्ता ने राज्य सरकार की ऐसी किसी भी योजना को रद्द करते हए कहा कि उसने गलत दावा किया कि मंत्री और विधायक धरने में शामिल होंगे।
प्रवक्ता ने कहा कि पंजाब सरकार ने कभी भी कृषि ऑर्डीनैंसों के खिलाफ ऐसे धरनों की योजना नहीं बनायी और न ही बी.डी.पी.ओ. को पत्र जारी करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को इस पूरे मामले की जांच और इस गलत संचार के लिए जिम्मेदारी तय करने के लिए कहा है।
-NAV GILL