बस स्टैंड के बाथरूमों से दोगुनी बोली से 3.95 लाख रुपए प्रति महीना मिलेंगे
अड्डा फीस से होगी 38.51 लाख प्रति महीना कमाई
चंडीगढ़: मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में परिवहन विभाग फिर तरक्की की राह पर है। पिछले दिनों अकेले लुधियाना बस स्टैंड में लोगों ने बढ़-चढ़ कर बोली लगाई जिससे छह महीने के दौरान विभाग को 3.22 करोड़ रुपए से अधिक राजस्व मिलेगा। इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान की ईमानदार नीतियाँ रंग ला रही हैं, जिससे विभाग के लिए आय के नये दरवाज़े खुल रहे हैं। उन्होंने बताया कि लुधियाना बस अड्डे में पार्किंग, बाथरूम, इश्तिहारबाज़ी और अड्डा फीस की छह महीने के लिए बोली हुई जिससे परिवहन विभाग को पिछले साल के मुकाबले अधिक राजस्व मिलेगा।
उन्होंने बताया कि बोली के बाद पंजाब रोडवेज़/पनबस को अड्डा फ़ीस से 38.51 लाख रुपए प्रति महीना के हिसाब से छह महीने के दौरान 2 करोड़ 31 लाख 6 हज़ार रुपए कमाई होगी। इसी तरह पार्किंग की बोली पहले के मुकाबले 70 हज़ार रुपए वृद्धि से 7.20 लाख रुपए प्रति महीना ठेके पर हुयी जिससे विभाग को छह महीने के दौरान 43 लाख 20 हज़ार रुपए मिलेंगे। परिवहन मंत्री ने बताया कि बोली के दौरान अड्डे के बाथरूमों से विभाग को दोगुना लाभ होगा। उन्होंने बताया कि यह बाथरूम पिछले साल के 2.01 लाख प्रति महीना के मुकाबले दोगुने भाव पर बोलीदाता द्वारा लिए गए और इस बार 3.95 लाख रुपए प्रति महीना में बोली लगी है, जिससे विभाग को छह महीने के दौरान 23 लाख 70 हज़ार रुपए लाभ होगा।
स. भुल्लर ने बताया कि बस अड्डे के अंदर इश्तिहारबाज़ी का ठेका 3.05 लाख रुपए प्रति महीने के हिसाब से हुआ है। बस अड्डे के अंदर इश्तिहारबाज़ी के लिए 13327 वर्ग फुट के 43 स्थान हैं, जहाँ से विभाग को छह महीने के दौरान 18 लाख 30 हज़ार रुपए मिलेंगे। कैबिनेट मंत्री ने बताया कि बस अड्डे की पिछले कई वर्षों से बंद पड़ीं दुकानें और एस.सी.एफ. की भी इस बार बोली लगी है। बस स्टैंड की दो दुकानों की बोली प्रति महीना 42,750 रुपए हरेक के हिसाब से लगी जिससे विभाग को छह महीने के दौरान 5 लाख 13 हज़ार रुपए मिलेंगे। इसी तरह तीन एस.सी.एफ. 5,000 रुपए हरेक प्रति महीना किराये पर दिए गए हैं, जिनसे विभाग को 90 हज़ार रुपए प्राप्त होंगे।
इसी दौरान परिवहन मंत्री ने विभाग के अधिकारियों को हिदायत की है कि वह बाकी रहती दुकानों की दोबारा बोली के लिए तुरंत कार्यवाही करें जिससे लोगों को इसका फ़ायदा मिल सके और विभाग की कमाई में और विस्तार हो सके।