चंडीगढ़: मुख्यमंत्री पंजाब भगवंत मान द्वारा राज्य से भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए शुरू की गई भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन पर लोगों द्वारा भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के खिलाफ शिकायतें दर्ज की जा रही हैं। फलस्वरूप विजीलैंस ब्यूरो को प्राप्त शिकायतों के आधार पर ब्यूरो ने आज सिविल अस्पताल बठिंडा में पदस्थ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी वरिंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। उन पर कई लोगों ने नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करके पैसे ऐंठने के आरोप लगाये थे।
आज यहां यह जानकारी देते हुए पंजाब विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि जिला बठिंडा के गांव बहादुरगढ़ जंडियां निवासी निर्गुण सरगुन ग्याता सिंह ने इस हेल्पलाइन पर आरोपी वरिंदर सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी। विजिलेंस ने गहन जांच के बाद मामला दर्ज कर आरोपी वरिंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।
प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी वीरिंदर सिंह ने शिकायतकर्ता निर्गुण सरगुन ग्याता सिंह से दो किश्तों में डेढ़ लाख रुपये (कुल 3 लाख रुपये) लिये थे। इसके अलावा गुरमेल सिंह पुत्र मिठू सिंह, मेहरजीत सिंह पुत्र अवतार सिंह, मनप्रीत सिंह पुत्र कुलवंत सिंह, तारा सिंह पुत्र बलवीर सिंह, जगदीप सिंह पुत्र बाबू सिंह आदि से नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की गई और प्रत्येक व्यक्ति से 2.5 लाख रुपये बहादुरगढ़ जंडियां निवासी गुरलाल सिंह पुत्र तारा सिंह द्वारा रुपये प्राप्त किये।
उन्होंने बताया कि पुलिस थाना विजिलेंस ब्यूरो बठिंडा रेंज बठिंडा में मामला क्रमांक 3 दिनांक 11-07-2022 तहत आईपीसी की धारा 420 एवं भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धारा 7 के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है।