हमारे आसपास कुछ ऐसी जड़ी बूटियां मौजूद हैं जिनके औषधीय फायदों से हम अकसर अनजान रहते हैं। एक ऐसी ही जड़ी-बूटी है ‘गिलोय’। इसका प्रयोग मुख्य रूप से बुखार होने पर या ब्ल्ड सेल्स को बढ़ाने के लिए किया जाता है। लेकिन इसके अलावा भी गिलोय कई प्रकार की सेहत समस्याओं को दूर करने में लाभकारी सिद्ध होती है।
गिलोय की बेल अपने आप ही झाड़ियों में उग आती है और इसे घर पर भी उगाया जा सकता है। इसके पत्ते देखने में पान के पत्तों जैसे दिखाई देते हैं। आयुर्वेद में गिलोय का इस्तेमाल कई प्रकार के रोगों के उपचार के लिए किया जाता है। इसमें प्राकृतिक रूप से एंटीबायोटिक और एंटीवायरल गुण पाए जाते हैं। इसके औषधीय गुणों को देखते हुए इसे ‘अमृता’ भी कहा जाता है।
गिलोय के फायदे
बुखार होने पर करें इसका उपयोग
गिलोय में एंटीबायोटिक और एंटीवायरल गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। वायरल के कारण होने वाले बुखार में गिलोय का रस व काढ़ा एक टोनिक का काम करता है। इसके लिए गिलोय के तने को उबालकर काढ़ा बनाकर पीने से बुखार धीरे-धीरे कम होना शुरू हो जाता है। इस काढ़े के सेवन से खांसी भी दूर होती है।
पीलिया के रोग में है लाभकारी
पीलिया होने पर भी गिलोय का रस फायदेमंद सिद्ध होता है। पीलिया के रोग में गिलोय के चूर्ण और रस दोनों का इस्तेमाल किया जा सकता है। पीलिया से छुटकारा पाने के लिए गिलोय के चूर्ण, त्रिफला चूर्ण, काली मिर्च और शहद को बराबर मात्रा में मिलाकर चाट सकतेे हैं। इसके अलावा गिलोय के पत्तों का रस निकालकर लस्सी या छाछ में मिलाकर पीने से फायदा होता है। ध्यान रखें कि एक बार में गिलोय का चूर्ण या रस एक चम्मच से ज्यादा प्रयोग न करें।
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पेट की समस्याओं से दिलाए निजात
पेट की समस्याओं से निजात पाने के लिए गिलोय काफी असरदायक है। गिलोय का रस पेट की समस्याओं को दूर करता है। गिलोय और शतावरी का काढ़ा बनाकर पीने से पेट की समस्याओं में आराम मिलता है। इसके अलावा गिलोय के रस के साथ शहद का सेवन करना भी पेट के लिए लाभकारी रहता है।
खून की कमी को करे दूर
शरीर में खून की कमी को दूर करने के लिए गिलोय विशेष गुणकारी मानी जाती है। गिलोय के रस का नियमित रूप में सेवन करने से खून की कमी दूर होती है। इसके लिए आप सुबह-शाम गिलोय के रस का उपयोग घी या शहद के साथ कर सकते हैं। इससे खून साफ भी होता है।
पैरों की जलन में दे आराम
पैरों की जलन में आराम पाने के लिए गिलोय एक कारगर उपाय है। गिलोय का रस पैरों की जलन में भी आराम देता है। पैरों की जलन से राहत पाने के लिए गिलोय के पत्तों और नीम के पत्तों को उबालकर काढ़ा बना लें। इस काढ़े का सुबह-शाम सेवन करने से फायदा होता है। अधिक फायदे के लिए आप इस काढ़े में आंवला भी उबाल सकते हैं।
आंखों के रोगों व समस्याओं है लाभदायक
गिलोय का रस आंखों के स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है। आंखों की समस्याओं व रोगों से बचने के लिए गिलोय का सेवन कई प्रकार से किया जा सकता है। आप इसका सेवन आंवले के रस के साथ भी कर सकते हैं, इससे आंखों की रोशनी बढ़ती है और रोग दूर होते हैं। साथ ही गिलोय के रस और त्रिफला को मिलाकर काढ़ा बनाकर पीने से भी आंखों की समस्याएं दूर होती हैं।
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घबराहट होने व उल्टियां आने पर करें इसका इस्तेमाल
गर्मी के मौसम में घबराहट होना, चक्कर व उल्टी आना आम बात है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए गिलोय के रस में शहद मिलाकर पी सकते हैं। इस मिश्रण का दिन में दो बार सेवन करने से उल्टी आनी बंद हो जाती है।
मोटापा कम करने में करे मदद
मोटापा कम करने के लिए गिलोय के रस का उपयोग त्रिफला चूर्ण और शहद के साथ मिलाकर किया जाता है। इसके लिए नियमित रूप में त्रिफला चूर्ण यानि आंवला, बहेड़ा व हरड़ के चूर्ण और गिलोय का काढ़ा बनाकर पीने से फायदा होता है। यह काढ़ा बनाकर इसमें बाद में शहद मिलाकर पी सकते हैं। इस उपाय को नियमित रूप में आज़माने से मोटापा कम होने लगता है।
खाज-खुजली होती है दूर
जहां गिलोय के रस को पीने से फायदा होता है वहीं गिलोय के पत्तों का उपयोग करने से खाज-खुजली भी दूर होती है। खुजली से राहत पाने के लिए गिलोय के पत्तों को पीसकर इसमें हल्दी मिलाकर प्रभावित स्थान पर लगाने से फायदा होता है। साथ ही गिलोय का रस पीने से खून भी साफ होता है क्योंकि खाज-खुजली या खारिश जैसी समस्याएं खून में आई खराबी के कारण ही पैदा होती हैं। स्वाद के लिए आप गिलोय के रस में शहद भी मिला सकते हैं।
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गिलोय के सेवन के नुकसान
चाहे गिलोय स्वास्थ्य के लिए कई प्रकार से लाभकारी है लेकिन फिर भी इसका सेवन व उपयोग सावधानी से करें। खासकर गर्भावस्था के दौरान इसका सेवन करने से परहेज़ करें। शुगर यानि मधुमेह के रोगियों को भी इसका उपयोग डाक्टर की सलाह से करना चाहिए क्योंकि गिलोय के किसी भी भाग का उपयोग शुगर के लेवल को कम कर सकता है। साथ ही चाहे पेट की समस्याओं में गिलोय का रस या काढ़ा काफी फायदेमंद है लेकिन ज्यादा मात्रा में किया गया सेवन पेट की समस्याओं को बढ़ा भी सकता है।
धर्मेन्द्र संधू