वंदना
भारतीय खाने का स्वाद दुनियाभर में मशहूर है | फिर चाहे मटर-पनीर हो , वेज बिरयानी हो या पुलाव , सभी मटर के बिना अधूरे है । मटर एक तरफ इनका स्वाद बढ़ाता है, साथ ही दूसरी तरफ आयुर्वेदिक गुणों का खजाना भी हैं | मटर के कई पोषक तत्व जैसे मैग्नीशियम , ज़िंक,कॉपर, फाइबर , प्रोटीन ,विटमिन सभी भरपूर मात्रा में होने के कारण गंभीर से गंभीर बीमारियों का इलाज करने में सहायक होते हैं। मटर कच्चे या पकाकर दोनों तरह से खाए जा सकते हैं | इनके विशेष गुणों के कारण इसे सर्दियों का मेवा भी कहा जाता है| मटर वजन कम करने , कैंसर, अर्थराइटिस , दिल ,आंखों ,त्वचा और बालों की बिमारियों से छुटकारा दिलवाने में सहायक होता है|
अच्छे मटर की पहचान
वैसे तो मटर 12 महीने उपलब्ध होते हैं मगर सर्दियों में ज्यादा आते हैं। मटर का चुनाव करते समय यह जरूर ध्यान रखना चाहिए कि मटर की फली हरी हो और उसका छिलका ऊपर से चिकना हो। साथ ही सभी फलियां मोटे दानों से भरी हुई होनी चाहिए।
मटर के फायदे
दिल की बीमारियां करे दूर
मटर में पाए जाने वाले पोषक तत्वों से हाइपर कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित होता है| इसी एंटी-कोलेस्ट्रॉल गुण कारण मटर के सेवन से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल संतुलित रहता है और दिल की कई बिमारियों जैसे हार्ट अटैक, हार्ट स्ट्रोक आदि से बचा जा सकता है |
वजन करे कम
मटर में काफी मात्रा में फाइबर होता है। साथ ही इसमें कैलोरी की मात्रा काफी कम होती है। मटर खाने से पेट जल्दी भर जाता है और जल्दी भूख भी नहीं लगती है। इसलिए किसी भी प्रकार की मेहनत करने के बजाए मटर खाना मोटापे से जल्दी छुटकारा पाने का आसान इलाज है |
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खून करे साफ़
मटर में कई तत्व पाए जाते हैं, जो खून को साफ करते है। इस कारण इसे खाने में जरूर शामिल करना चाहिए |
कैंसर की करे रोकथाम
मटर में एंटीऑक्सीडेंट के साथ कई और पोषक तत्व भी होते हैं, जो शरीर को कैंसर से लड़ने की शक्ति भी देते हैं | इस कारण मटर रोज़ मटर खाने से शरीर के विषैले पदार्थ और कैंसर एलिमेंट्स को दूर किया जा सकता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता है बढ़ाता
मटर में मैग्नीशियम , ज़िंक,कॉपर, फाइबर , प्रोटीन ,विटमिन सभी भरपूर मात्रा में होते हैं जो शरीर को कई बिमारियों से बचाते हैं और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।
अल्जाइमर को करता है कम
मटर में एंटी-(न्यूरो) इंफ्लेमेटरी और एनल्जेसिक तत्व पाए जाते हैं। जो अल्जाइमर की बीमारी को कम करने में सहायक होते हैं।
डायबिटीज करे कम
मटर की फली में बहुत अधिक मात्रा में फाइबर और प्रोटीन पाया जाता है | हरी मटर को खाने में शामिल जरूर करना चाहिए क्योंकि इसमें ब्लड शुगर को नियंत्रित करने का गुण होता है। मटर में एंटीऑक्सीडेंट गुणों के साथ-साथ एंटी-हाइपर ग्लाइसेमिक गुण भी होते है जोकि ब्लड शुगर को नियंत्रित करता हैं|
हड्डियों का सुरक्षा चक्र
कैल्शियम, मैग्नीशियम, जिंक के साथ-साथ मटर में विटामिन सी और विटामिन के भी भरपूर मात्रा में होता हैं | सभी पोषक तत्व हड्डियों के लिए जरूरी होते हैं। इनकी कमी होने पर हड्डियों से संबंधित समास्याएं होने लगती हैं। हरी मटर में सेलेनियम नाम का एक खास तत्व पाया जाता है जो आर्थराइटिस, जोड़ो के दर्द से छुटकारा पाने में सहायक होता है। मटर खाने से हड्डियों को एक सुरक्षा चक्र प्राप्त हो जाता है।
पाचन तंत्र करे ठीक
मटर में फाइबर, विटामिन और मिनरल्स पाए जाते है, जो पेट संबंधी कई समस्याओं को दूर करते हैं। साथ ही पाचन तंत्र को मजबूत करने का काम करते हैं।
आंखों की बढ़ाए रोशनी
मटर में ल्यूटिन और जेक्सैथीन नाम के दो खास तत्व पाए जाते हैं। जो आंखों से संबंधित कई परेशानियों को दूर करने में सहायक होते हैं। साथ ही हरी मटर खाने से आंखों की रोशनी भी बढ़ती है।
गर्भावस्था में उपयोगी
मटर में आयरन, कैल्शियम और फोलिक एसिड के साथ-साथ कई विटामिन और पोषक तत्व भी होते हैं, जो कि गर्भवती महिला के लिए बहुत जरूरी होते हैं। इस कारण गर्भावस्था में हरी मटर खाने के बहुत लाभ होते हैं।
झुर्रियां करे कम
मटर में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो त्वचा से संबंधित समस्याओं जैसे त्वचा का रूखापन, दाग-धब्बे, झुर्रियां हटाने में सहायक होता है। विटामिन सी में अल्ट्रावायलेट किरणों से रक्षा करने का गुण होने के कारण मटर खाने से जल्दी झुर्रियां नहीं पड़ती हैं | मटर के प्रयोग से त्वचा ज्यादा समय तक जवान बनी रहती है |
मटर के आटे का उबटन बनाकर लगातार कुछ दिनों तक चेहरे पर रगड़ने से झांई और दाग -धब्बे खत्म हो जाते हैं।
मटर को उबाल कर और संतरों के छिलको अच्छी तरह पीसकर , दोनों का पेस्ट दूध में बनाकर चेहरे पर लगाने से दाग, धब्बे, झाइयां,और झुर्रियां दूर होती हैं|
एक अन्य उपाय में मटर की 50 ग्राम फलियों को एक गिलास पानी में उबाल कर ठंडा कर मिक्सी में पीस कर इसका पेस्ट बनाकर चेहरे पर रगड़ने से धूल, मिटटी,गंदगी दूर होती है| त्वचा में निखार आता है | त्वचा चमकदार बनती है|
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खुजली, रैशेज और जलन करे दूर
मटर का उपयोग स्किन इंफ्लामेशन से संबंधित समस्याओं जैसे खुजली, रैशेज और जलन आदि को ठीक करने में किया जाता हैं | ताजा हरे मटर के दानों को पीसकर जले हुए स्थान पर लगाने से जलन बंद हो जाती है। मटर का पेस्ट बनाकर लगाते ही आराम मिलता है| पेस्ट के उपयोग से फटी एड़ियों में आराम भी आता है |
बालों का रोके झड़ना
विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी के साथ जिंक और आयरन सभी पोषक तत्व मटर में होने के कारण इसे किसी भी रूप में खाने से बालों का झड़ना कम हो जाता है। साथ ही इसमें पाए जाने वाले अन्य पोषक तत्व और फोलेट बालों की जड़ों को मजबूत करने के साथ उनकी ग्रोथ को बढ़ाने का काम भी काम करते हैं|
लंबे समय तक कैसे करें स्टोर
ताजी मटर को एयरटाइट डिब्बे में या ज़िप पाउच में बंद करके फ्रिज में तीन -चार दिनों तक स्टोर किया जा सकता है।
मटर के दानों को उबाल कर भी कई दिनों तक सुरक्षित किया जा सकता है। ज्यादा लंबे समय तक मटर को सही रखने के लिए इसे ज़िप पाउच में सील करके डीप फ्रीजर में रखा जा सकता है।
मटर से होने वाले नुकसान
मटर के अधिक उपयोग से पेट फूलना, डकार आना और कब्ज जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए गैस की समस्या से परेशान लोगों को इसका उपयोग नहीं करना चाहिए |