चंडीगढ़, 10 नवंबर:
स्वास्थ्य मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने आज अत्याधुनिक उपकरणों से लैस 3 अन्य खाद्य सुरक्षा वाहनों को हरी झंडी दी, जिन में मौके पर ही भोजन के 50 से अधिक गुणवत्ता मापदण्डों की जांच करने का सामथ्र्य है।
इस सम्बन्धी और जानकारी देते हुये उन्होंने कहा कि इस तरह के अन्य खाद्य सुरक्षा वाहन विचार अधीन हैं जो जल्द ही पंजाब राज्य में चला दिए जाएंगे। पंजाब में खाद्य वस्तुओं की गुणवत्ता की जांच करने के लिए कुल 07 वाहन चलाए जाएंगे। यह पहलकदमी बड़े स्तर पर मिलावटखोरी घटाने के लिए कारगर सिद्ध होगी और इस तरह पंजाब के लोग सुरक्षित और मानक भोजन प्राप्त कर सकेंगे।
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फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने खरड़ जिला एस.ए.एस.नगर में अत्याधुनिक सुविधा वाली नयी खाद्य और ड्रग टेस्टिंग लैबारटरी स्थापित की है जिसमें सालाना 15000 खाद्य नमूनों की जांच का सामथ्र्य है। साल 2019 में फूड टेस्टिंग लैब ने लगभग 8700 नमूने लिए जिनमें से 1795 नमूने घटिया दर्जे के पाये गए।
त्योहारों के मौसम में एफडीए विभाग की तरफ से अपनाई गुणवत्ता पहुँच को यकीनी बनाने के मद्देनजऱ एफडीए ने हाल ही में पंजाब राज्य में खोये की गुणवत्ता को परखने के लिए एक सर्वेक्षण किया जिसका प्रयोग मिठायी तैयार करने के लिए किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि इस मुहिम के अंतर्गत टेस्टिंग और विश्लेषण के लिए 66 नमूने लिए गए थे, जिनमें से 08 नमूने घटिया दर्जे के पाये गए।
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स. सिद्धू ने बताया कि फूड एंड ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेशन की तरफ से पहले ही दूध, पानी और मसालों के नमूनों के टैस्ट के लिए हर जिले में 2 मोबाइल फूड टेस्टिंग वैनें लगाई गई हैं। पिछले दो महीनों में 02 वैनों के द्वारा 795 वालंटियर नमूनों की जांच की गई, जिनमें से 73 नमूने घटिया दर्जे के पाये गए और उल्लंघन करने वालों के खि़लाफ़ फूड सेफ्टी एक्ट के अंतर्गत कार्यवाही की गई।
एफ.डी.ए. की प्राप्तियों संबंधी बताते हुये मंत्री ने कहा कि फूड एंड ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेशन की एक अन्य बड़ी उपलब्धी यह है कि पिछले महीने ही फूड लैब को एन.ए.बी.एल. मंजूरी दी गई है। अब फूड एंड ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेशन लैब, पंजाब देश की उन कुछ लैबों में से एक है जिनको एन.ए.बी.एल. मान्यता प्राप्त है।
-NAV GILL