चंडीगढ़, 22 मार्चः
तंदुरुस्त पंजाब स्वास्थ्य केन्द्रों (एच.सी.डब्ल्यु) में दवाओं के जरुरी भंडार को बनाए रखने के मद्देनजर स्वास्थ्य एवं परिवार क्ल्याण मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने आज प्रयास भवन सैक्टर-38 चण्डीगढ़ में एक मैडिसन डिलिवरी वैन (एम.डी.वी.) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कम्युनिटी हैल्थ अफसरों (सी.एच.ओ.) को स्वास्थ्य केन्द्रों में दवाओं के जरुरी भंडार को बनाए रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है और उनको जल्द ही गोदामों से आॅनलाइन माध्यम द्वारा पूरी तिमाही के लिए एडवांस में जरूरी दवाओं का स्टाॅक रखने के लिए अधिकृत किया जायेगा।
इस मौके पर जानकारी देते हुए स. बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि पंजाब सरकार ने स्वास्थ्य केन्द्रों में दवाओं की उपलब्धता को यकीनी बनाने के लिए मैडिसन वैन के द्वारा सीधे तौर पर क्षेत्रीय ड्रग वेयरहाऊस से सभी 27 दवाओं की सप्लाई करवाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि मार्च 2019 से अब तक 79 लाख मरीजों को इन केन्द्रों में ओ.पी.डी. सेवाएं प्रदान की गई हैं जिसका अर्थ है कि सी.एच.ओज द्वारा औसतन 21,643 मरीजों को ओ.पी.डी सेवाएं दी जाती हैं।
उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में ब्लाॅक स्तरीय स्वास्थ्य केन्द्रों की तरफ से ये सभी दवाएँ क्षेत्रीय मैडिसन वेयरहाऊसों से प्राप्त की जाती हैं और फिर तंदुरुस्त पंजाब स्वास्थ्य केन्द्रों को बाँटी जाती हैं। परन्तु इस विधि के द्वारा सभी केन्द्रों को उनकी माँग अनुसार दवाओं की अपेक्षित सप्लाई पूरी नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि ओ.पी.डी. सेवाओं को बेहतर बनाने और दवाओं की सप्लाई को यकीनी बनाने के लिए राज्य सरकार की तरफ से पड़ाववार ढंग से सभी जिलों को इस प्रोग्राम के अंतर्गत कवर किया जा रहा है। यह मैडिसन वैन प्रोजैक्ट जिला एस.ए.एस. नगर के 70 तंदुरुस्त पंजाब स्वास्थ्य केन्द्रों में एक पायलट प्रोजैक्ट के तौर पर लागू किया जा रहा है।
मैडिसन वैन प्रोजैक्ट की मुख्य विशेषताओं बारे बताते हुए नेशनल हैल्थ मिशन के डायरैक्टर डाॅ. अरीत कौर ने बताया कि अब सी.एच.ओज को अपने-अपने केन्द्रों में दवाओं का भंडार बनाए रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है और बहुत जल्द ही सी.एच.ओज आॅनलाइन मोड के द्वारा पूरी तिमाही के लिए जरूरी दवाओं की माँग एडवांस में कर सकेंगे। यह वैनें माँग अनुसार गोदाम से दवाएँ प्राप्त करेंगी और बिना किसी देरी के स्वास्थ्य केंद्र को सप्लाई करेंगी।
डाॅ. अरीत ने बताया कि राज्य में 2820 स्वास्थ्य केंद्र कार्यशील हैं जिनमें 2380 उप-केंद्र, 347 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और 93 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं। पंजाब सरकार की तरफ से साल 2020-21 के लिए भारत सरकार द्वारा निश्चित लक्ष्य को पूरा करते हुए 1435 केन्द्रों को कार्यशील बनाकर 196 फीसदी प्राप्ति दर्ज की गई है। ये केंद्र पंजाब की स्वास्थ्य प्रणाली खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दी जा रही सेवाओं और इनको लागू करने की रफ्तार को देखते हुए यह भरोसा बंधता है कि लोगों को किफायती और आसान प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के मद्देनजर हम सही दिशा में जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि तंदुरुस्त पंजाब स्वास्थ्य केंद्र की बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाओं स्वरूप प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और इससे ऊपर की स्वास्थ्य सुविधाओं के बोझ को घटाने में मददगार साबित हुए हैं।
-NAV GILL