पेट के रोग चुटकियों में होंगे छूमंतर…वजन भी होगा कम

भारतीय रसोई में कुछ ऐसी जड़ी-बूटियां व औषधियां मौजूद हैं जिनका सही जानकारी और मात्रा में प्रयोग करके कई प्रकार के रोगों से निजात पाई जा सकती है। एक ऐसी ही औषधि तकरीबन प्रत्येक भारतीय रसोई में पाई जाती है। वह है ‘सोंठ’। आज हम आपको ‘सोंठ’ के औषधीय गुणों के बारे में बताएंगे। साथ ही इसके सेवन से होने वाले फायदों और नुकसान के बारे में अवगत करवाएंगे। ‘सोंठ’ का प्रयोग मसाले व औषधि के रूप में किया जाता है। ‘सोंठ’ अदरक का सूखा हुआ रूप होता है। ‘सोंठ’ की तासीर गर्म होती है। आयुर्वेद में इसे विशेष गुणकारी मानते हुए खास महत्व दिया गया है।

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‘सोंठ’ के फायदे

बुखार में है फायदेमंद

‘सोंठ’ के सेवन से शरीर का तापमान कम होता है। बुखार होने पर इसका सेवन करने से पसीना आता है जिससे शरीर के हानिकारक और ज़हरीले तत्व धीरे-धीरे बाहर निकल जाते हैं। इससे बूखार कम होता है। बुखार होने पर ‘सोंठ’ को शहद के साथ मिलाकर सेवन करने से बुखार में आराम मिलता है।

पाचन तंत्र और पेट के रोगों को करे ठीक

‘सोंठ’ का सेवन पाचन तंत्र और पेट की समस्याओं में बेहद फायदेमंद है। पेट दर्द अपच और कब्ज़ जैसी समस्याओं से निजात पाने के लिए हींग और सेंधा नमक के साथ मिलाकर ‘सोंठ’ का सेवन करने से फायदा होता है। इन तीनों को मिलाकर नियमित रूप से लेने से पेट की गैस से भी राहत मिलती है। सोंठ के पाउडर को अजवाइन के साथ मिलाकर नमक के पानी में भिगोकर छाया में सुखाकर इसका सेवन करने से पेट की गैस और दर्द में फायदा होता है और पाचन क्रिया भी ठीक रहती है।

वजन को करे कम

‘सोंठ’ के सेवन से वजन कम करने में मदद मिलती है। इसके लिए ‘सोंठ’ के पाउडर का काढ़ा तैयार करके पीने से शरीर की फालतू चर्बी कम होती है और वजन कम होता है। सोंठ में थर्मोजनिक यौगिक पाए जाते हैं। यह यौगिक शरीर की वसा को कम करते हैं जिससे मोटापा कम होता है और कोलेस्ट्रोल का स्तर भी सही रहता है।

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सूजन व दर्द को करे कम

कुछ बीमारियों के कारण शरीर के कई हिस्सों पर सूजन आ जाती है। सोंठ में सूजन को कम करने वाले गुण पाए जाते हैं। गठिया आदि के कारण जोड़ों में आई सूजन में आराम मिलता है। इसके लिए सोंठ का काढ़ा बनाकर पीने से फायदा होता है। घुटनों के दर्द से राहत पाने के लिए सोंठ के पाउडर का पेस्ट बनाकर लगाने से दर्द में आराम मिलता है।

सर्दी, जुकाम व खांसी से मिलती है राहत

सर्दी, जुकाम व खांसी होने पर सोंठ का सेवन करने से राहत मिलती है। इसके लिए सोंठ डालकर चाय बनाकर पीने से फायदा मिलता है। इसके अलावा सोंठ, नमक व लौंग का पेस्ट बनाकर दिन में दो बार सेवन करने से सर्दी, जुकाम व खांसी में आराम मिलता है।

त्वचा संबंधी समस्याओं में है लाभदायक

सोंठ में चेहरे पर होने वाले कील-मुंहासों के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया को खत्म करने वाले गुण पाए जाते हैं। दूध में सोंठ के पाउडर को मिलाकर पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाने से फायदा होता है। हफ्ते में एक बार इस पेस्ट को चेहरे और गर्दन पर 15 से लेकर 20 मिनट तक लगाने से त्वचा व चेहरे पर फिर से प्राकिृतक निखार आता है और त्वचा के बंद छिद्र खुलते हैं।

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शूगर के रोगियों के लिए है फायदेमंद

सोंठ में शूगर के लेवल को नियंत्रित करने वाले गुण भी पाए जाते हैं। शूगर के रोगियों को सुबह खाली पेट 2 ग्राम सोंठ के पाउडर का सेवन करना चाहिए इससे फायदा होता है। सोंठ के पाउडर का सेवन पानी के साथ या बिना पानी के भी किया जा सकता है।

सिर के दर्द से दिलाए राहत

सोंठ में कुछ ऐसे यौगिक पाए जाते हैं जो सिर दर्द और माइग्रेन से राहत दिलाते हैं। सोंठ में सूजन को कम करने वाले गुण भी मौजूद हैं। माइग्रेन और सिर का दर्द सिर में मौजूद छोटी कोशिकाओं में सूजन के कारण होता है। इसके सेवन से इन कोशिकाओं की सूजन कम होती है और दर्द में आराम मिलता है।

गर्भावस्था में है फायदेमंद

गर्भावस्था में सोंठ का सेवन करने से फायदा होता है। इस दौरान अकसर पाचन क्रिया पर असर पड़ता है। इस दौरान मार्निंग सिकनेस और घबराहट, उल्टी व मतली होना आम बात है। इस लिए सीमित मात्रा में  सोंठ का सेवन करने से गर्भवती महिलाओं को इन समस्याओं में लाभ हो सकता है।

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कैंसर से करे बचाव

सोंठ में कैंसर रोधी गुण होते हैं। इसके सेवन से कैेसर होने की संभावना कम हो जाती है और कैंसर के सेल्स का विकास रुकता है। खासकर गर्भ व पेट के कैंसर को रोकने में सोंठ का सेवन फायदेमंद रहता है।

सोंठ के नुकसान

सोंठ के अधिक सेवन से दस्त, पेट में दर्द व जलन जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। शूगर यानि मधुमेह के रोगियों को इसका सेवन डाक्टर की सलाह के साथ करना चाहिए क्योंकि इसमें खून के स्तर को कम करने वाले गुण होते हैं। साथ ही सोंठ के सेवन से खून पतला होता है इसलिए खून पतला होने की समस्या से ग्रस्त लोगों को सोंठ के सेवन से परहेज़ करना चाहिए। पित्ते की पथरी से पीड़ित लोगों को भी सोंठ के सेवन से बचना चाहिए। सोंठ की तासीर गर्म होती है इसलिए महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान इसका सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इसका सेवन ज्यादा रक्त प्रवाह का कारण बन सकता है।

धर्मेन्द्र संधू

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