पंजाब सरकार 14 अक्तूबर की मीटिंग के दौरान एस.वाई.एल. नहर सम्बन्धी अपना पक्ष ज़ोरदार ढंग से रखेगी: मुख्यमंत्री  

कहा, राज्य सरकार पूरी तैयारी के साथ मीटिंग में शामिल होगी  

राज्यपाल के साथ किसी भी तरह के मतभेद को सिरे से नकारा

चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज कहा कि 14 अक्तूबर को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ होने वाली मीटिंग में राज्य सरकार सतलुज यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर सम्बन्धी अपना पक्ष ज़ोरदार ढंग से पेश करेगी। आज यहाँ पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए भगवंत मान ने कहा कि यह मीटिंग सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों पर हरियाणा के मुख्यमंत्री के साथ हो रही है। उन्होंने कहा कि मीटिंग में राज्य के हितों की पूरी तरह से रक्षा की जायेगी और राज्य सरकार इस मुद्दे पर पंजाब का पक्ष ज़ोरदार ढंग से रखेगी। भगवंत मान ने कहा कि वह इस मामले पर राज्य के अधिकारों की सुरक्षा पूरी तरह से सुनिश्चित बनाने के लिए मीटिंग में पूरी तैयारी से जाएंगे।

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मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पिछली सरकारों के नेताओं के उलट, जो आम तौर पर ऐसी महत्वपूर्ण मीटिंगों से बचते रहे हैं, वह मीटिंग में पूरी तैयारी के साथ जाएंगे। भगवंत मान ने कहा कि वह राज्य के हितों की रक्षा के लिए पूरी तैयारी के बाद ही मीटिंग में जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस हफ़्ते के अंत में होने वाली इस मीटिंग के नतीजों संबंधी कोई निष्कर्ष निकालना जल्दबाज़ी होगी।

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एक अन्य सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार और पंजाब के राज्यपाल के दरमियान कोई मतभेद नहीं हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार महँगाई, बेरोजग़ारी, माफिया और अन्य बुराईयों के खि़लाफ़ है, परन्तु राज्यपाल के साथ अच्छे सम्बन्ध हैं। भगवंत मान ने कहा कि यदि राज्यपाल चाहें तो राज्य सरकार वाइस चांसलर की नियुक्ति के लिए तीन नामों का पैनल उनके पास भेजेगी, नहीं तो आम परम्परा रही है कि राज्यपाल राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित नाम पर सहमति देते हैं।

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