रिकॉर्ड 10 अक्तूबर तक वैब पोर्टल पर किया जायेगा अपलोड
चंडीगढ़: पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री स. हरजोत सिंह बैंस ने आज यहाँ बताया कि प्री-प्राईमरी कक्षाओं के विद्यार्थियों के शुरुआती दौर से ही सर्वांगीण विकास यकीनी बनाने के मकसद से सरकार ने बच्चों की शख्सियत के अलग- अलग पहलुओं का मुल्यांकन शुरू किया है। उन्होंने बताया कि एस.सी.ई.आर.टी. द्वारा प्री-प्राईमरी (एल.के.जी. और यू.के.जी) कक्षाओं के बच्चों का पहला मुल्यांकन 12 से 27 सितम्बर तक किया जायेगा और इस सम्बन्धी समूह अधिकारियों और प्राईमरी स्कूलों के अध्यापकों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
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शिक्षा मंत्री ने कहा कि हर बच्चे के मुल्यांकन सम्बन्धी उसके माँ-बाप को भी अवगत करवाया जाना लाजि़मी किया गया है। उन्होंने बताया कि बी.एम.टीज़. को 10 अक्तूबर, 2022 तक समूह विद्यार्थियों का रिकॉर्ड वेब- पोर्टल पर अपलोड करने के लिए कहा गया है। कैबिनेट मंत्री ने बताया कि प्री-प्राईमरी कक्षाएं चलाने का उद्देश्य तीन से छह साल के बच्चों को प्राईमरी शिक्षा ग्रहण करने के लिए तैयार करना और उनका सर्वांगीण विकास यकीनी बनाना है। इस मुल्यांकन से विभाग को बच्चों के बौद्धिक स्तर की ज़रुरी मानक तक पहुँच संबंधी जानकारी मिल सकेगी।
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उन्होंने बताया कि इन कक्षाओं के लिए स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा तैयार किये पाठ्यक्रम के अधीन बच्चों को खेल विधि के द्वारा गतिविधियां करवाई जानी हैं। उन्होंने बताया कि सीखने में सहायक सामग्री समेत रिपोर्ट कार्ड स्कूलों को भेजे गए हैं। रिपोर्ट कार्ड को भरने का उद्देश्य बच्चों के विकास को जानना और समझना है।
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स. बैंस ने बताया कि विद्यार्थियों के मुल्यांकन के दौरान अध्यापक द्वारा गतिविधियां करवाते समय बच्चों का केवल निरीक्षण ही किया जाना है, जिसके बाद अगले तीन दिनों में अध्यापक द्वारा बच्चों का रिकार्ड कार्ड भरा जायेगा। रिपोर्ट कार्ड में बच्चे के मुल्यांकन के पाँच मुख्य क्षेत्र शारीरिक विकास, बौद्धिक विकास, सामाजिक और भावनात्मक विकास, भाषा विकास (पंजाबी और अंग्रेज़ी) रखे गए हैं और हर क्षेत्र में तीन स्तरों पर मुल्यांकन किया जायेगा।