चंडीगढ़, 07 मई:
पंजाब सरकार ने शुक्रवार को कोरोना महामारी की दूसरी लहर दौरान कोविड-19 टैस्ट संबंधी नयी ऐडवायजऱी जारी की है। इस संबंधी जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री स: बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि इंडियन कौंसिल ऑफ मैडीकल रिसर्च, स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग, भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने नये दिशानिर्देश जारी किये हैं जिसके अंतर्गत आरटी-पीसीआर टेस्टिंग को उपयुक्त बनाने के उपाय और इसकी आसान पहुँच और टेस्टिंग की उपलब्धता बारे बताया गया है।
सिर्फ 24 घंटे में ठीक हो सकता है FLU || Dr. Naveen Kumar ||
स. सिद्धू ने बताया कि इस समय लैबों को असाधारण ढंग से बढ़ रहे मामलों के बोझ और स्टाफ के कोविड-19 संक्रमित होने के कारण टेस्टिंग के निश्चित लक्ष्य पूरे करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इस स्थिति के मद्देनजऱ यह बहुत ज़रूरी है कि आर.टी.पी.सी.आर. टेस्टिंग को उपयुक्त बनाया जाये और इसके साथ ही सभी नागरिकों के लिए टैस्ट की पहुँच और उपलब्धता को बढ़ाया जाये।
दुनिया में सबसे गहरा गड्ढा || Kola Superdeep Borehole
आर.टी.पी.सी.आर. टेस्टिंग को उपयुक्त बनाने के उपायों की सिफ़ारिश करते हुए उन्होंने कहा कि अब ऐसे किसी भी व्यक्ति का आर.टी.पी.सी.आर. टैस्ट दोहराया नहीं जाना चाहिए जिसने एक बार रैट या आर.टी.पी.सी.आर. टैस्ट करवाया हो और वह पॉजिटिव पाया गया हो। इसी तरह स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की डिसचार्ज पॉलिसी के अनुसार कोविड-19 से उभर चुके व्यक्तियों को अस्पताल से छुट्टी देते समय टैस्ट करवाने की ज़रूरत नहीं है।
भारत के सड़क निर्माण से जुड़े 3 विश्व रिकॉर्ड
श्री सिद्धू ने कहा कि टैस्ट की पहुँच और उपलब्धता को बेहतर बनाने के उपाय के लिए भारत में जून 2020 दौरान कोविड-19 टेस्टिंग के लिए रैपिड एंटीजेन टैस्ट (आर.ए.टी.एस.) की सिफ़ारिश की गई थी। हालाँकि, इन टैस्टों का प्रयोग इस समय सिर्फ़ कंटेनमेंट जोन और स्वास्थ्य देखभाल केन्द्रों तक ही सीमित है। आर.ए.टी. के द्वारा 15-30 मिनटों का नतीजा पता लग जाता है और इस तरह मामलों की तत्काल पड़ताल करने, मरीज़ को एकांतवास भेजने और संचार को रोकने पर जल्द इलाज करने का मौका मिलता है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आर.ए.टी. (रैट) टेस्टिंग आई.सी.एम.आर. की ऐडवाइजऱी अनुसार ही की जानी चाहिए और रैट द्वारा पॉजिटिव पाए गए लक्षणों वाले व्यक्ति का दोबारा टैस्ट नहीं किया जाना चाहिए बल्कि उसको आई.सी.एम.आर. के दिशा निर्देशों मुताबिक घरेलू देखभाल की सलाह दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि रैट द्वारा नेगेटिव पाए गए लक्षणों वाले व्यक्तियों को आरटीपीसीआर टैस्ट की सुविधा देनी चाहिए और उसको घर में एकांतवास का पालन करते हुए इलाज करवाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि रैट टैस्ट के नतीजे सभी सरकारी और प्राईवेट लैबों द्वारा आईसीएमआर पोर्टल पर अपलोड किये जाने चाहिएं। कोविड-19 के लिए टैस्ट किये गए सभी व्यक्तियों के टीकाकरण की स्थिति आरटीपीसीआर ऐप के सैंपल रैफरल फॉर्म (एसआरएफ) में दर्ज होनी चाहिए।
-Nav Gill