निवासियों और किसानों की सुविधा के लिए रावी नदी पर दो पौंटून पुलों के निर्माण के लिए तैयारियाँ मुकम्मल – हरभजन सिंह ई. टी. ओ.
पुलों की सुविधा से किसानों को पशुओं की ढुलाई और खेती मशीनरी के लिए किश्तियों से छुटकारा मिलेगा
गाँव दरिया मूसा और कोट रजादा में रावी नदी पर बनेंगे पुल
चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ज़िला अमृतसर के ब्लाक अजनाला के गाँव दरिया मूसा और गाँव कोट रजादा में रावी नदी पर दो पौंटून पुल सितम्बर 2023 के अंत तक बनाने के लिए तैयार है। एक बार जब यह पुल चालू हो जाते हैं, जिससे किसानों को अपने पशुओं और अन्य हलकी खेती-मशीनरी को दरिया के पार अपनी खेती वाली ज़मीनों की तरफ ले जाने के लिए किश्तियों की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
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यह पुल 4.62 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किये जाएंगे, जोकि अजनाला क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सरहद के नज़दीक स्थित एक दर्जन गाँवों के निवासियों ख़ास कर किसानों की अपने खेतों तक आसान पहुँच यकीनी बनाएंगे। इस पहलकदमी से लोगों को भी बड़ी राहत मिलेगी क्योंकि वे लम्बे समय से इसकी माँग कर रहे थे।
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इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए पंजाब के लोक निर्माण मंत्री स. हरभजन सिंह ई. टी. ओ. ने बताया कि अजनाला ब्लाक का इलाका अंतरराष्ट्रीय सरहद के बिल्कुल नज़दीक है और लोगों को अपने रोज़मर्रा के कामों और कृषि के कामों के लिए रावी नदी पार करने के लिए काफ़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। मंत्री ने कहा कि सरहदी क्षेत्र के लिए निर्धारित सुरक्षा उपायों के मद्देनज़र यहाँ स्थायी पुलों का निर्माण नहीं किया जा सकता है, इसलिए राज्य सरकार ने यह पौंटून पुल मुहैया करवाने का फ़ैसला किया है। उन्होंने कहा कि गाँव दरिया मूसा और कोट रजादा में बनने वाले पुलों से कई गाँवों के किसानों और निवासियों को सीधा लाभ मिलेगा।
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लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि पुलों के निर्माण के बाद किसान अपनी फसलों की बुवाई और कटाई के मकसद से अपने ट्रैक्टर-ट्रालियों के साथ रावी नदी के पार आसानी से आ-जा सकेंगे। स. ई. टी. ओ. ने बताया कि पंजाब सरकार की तरफ से दोनों पौंटून पुलों के निर्माण के लिए क्रमवार 236.02 लाख रुपए और 226.34 लाख रुपए की प्रशासनिक मंज़ूरी दी गई है और इस सम्बन्धी टैंडर पहले ही जारी किये जा चुके हैं।
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ज़िक्रयोग्य है कि पौंटून पुल एक फलोटिंग ब्रिज है जो विशेष तौर पर पैदल चलने वालों और हलके वाहनों के लिए बनाया जाता है। प्रस्तावित पुलों का प्रयोग 10 मीट्रिक टन से कम भार वाले वाहनों के लिए किया जा सकता है और यह सुविधा साल में नौ महीनों की मियाद के लिए उपलब्ध रहेगी। मंत्री ने कहा कि मानसून सीजन के दौरान इन पुलों को हटा कर सुरक्षित जगह पर रखा जायेगा और मानसून सीजन की समाप्ति के बाद फिर उसी जगह पर स्थापित किया जायेगा।
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स. ई. टी. ओ. ने आगे बताया कि पौंटून पुल के उपलब्ध होने से रावी नदी पार करने वाले लोगों को ज़रूरत पड़ने पर समय पर डाक्टरी सहायता का लाभ भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह पुल पशुओं को लाने और ले जाने के लिए भी लाभदायक सिद्ध होंगे क्योंकि मौजूदा समय में किसान पशुओं को लाने और ले जाने के लिए किश्तियों का प्रयोग करते हैं।