चंडीगढ़, 22 जनवरी:
भारत में आस्ट्रेलिया के हाई कमिश्नर बैरी ओ’फैरल एओ ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के साथ मुलाकात के बाद आज मुख्य सचिव विनी महाजन के साथ भी मुलाकात की। बीते कल उन्होंने पंजाब में अपने पहले दौर की शुरुआत की थी। मुख्यमंत्री और हाई कमिश्नर ने कोविड-19 के बाद आर्थिक विकास को फिर रास्ते पर लाने, कृषि, जल और शिक्षा के क्षेत्र में पंजाब और आस्ट्रेलिया के बीच आर्थिक सहयोग बढ़ाने और आपसी व्यापारिक संबंधों को मज़बूत करने संबंधी विचार-विमर्श किया।
पंजाब की मुख्य सचिव विनी महाजन ने आज भारत में आस्ट्रेलिया के हाई कमिश्नर के साथ बातचीत की। श्रीमती महाजन ने आस्ट्रेलिया-भारत शिक्षा सम्बन्धी साझेदारी संबंधी प्रकाश डाला और भारत में कैंपस स्थापित करने में रूचि रखने वाली आस्ट्रेलिया यूनीवर्सिटियों के लिए मोहाली को एक आदर्श स्थान बताया। उन्होंने पेशकश की कि कृषि में शोध एवं विकास के सहयोग में विस्तार किया जा सकता है। मीटिंग के दौरान सरकारी शिष्टमंडल ने कृषि उत्पादों जैसे कि किन्नू, नाशपाती, टमाटर, आलू के बीज आदि में संबंध बढ़ाने की भी पेशकश की। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के लिए इन क्षेत्रों में काफ़ी संभावनाएं हैं। राज्य सरकार द्वारा आस्ट्रेलियाई सरकार को कृषि-निर्यात सर्टिफिकेट में छूट देने की भी अपील की गई जैसे कि अमरीका और कनाडा द्वारा दी जाती है। आस्ट्रेलियाई कंपनियों को पंजाब में निवेश करने के लिए न्योता भी दिया गया। उनको बताया गया कि पंजाब निवेशकों को उपयुक्त माहौल प्रदान करता है।
भारत में आस्ट्रेलिया के हाई कमिश्नर बैरी ओ’फैरल एओ द्वारा आस्ट्रेलियाई पैंशन फंड की भारतीय बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में लंबे समय के लिए निवेश करने सम्बन्धी रूचि ज़ाहिर की गई। हाई कमिश्नर ने आस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटियों के अपने पंजाबी हमरुतबा के साथ सहयोग बढ़ाने और अपनी सरकार की तरफ से राज्य को कृषि और इससे सम्बन्धित सेवाओं, शिक्षा और उद्योगों की आधुनिक कार्य प्रणालियों के क्षेत्र में और ज्यादा सहयोग देने की इच्छा ज़ाहिर की।
राज्य सरकार के शिष्टमंडल में अतिरिक्त मुख्य सचिव विकास अनिरुद्ध तिवारी, निवेश उत्साह और उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रमुख सचिव आलोक शेखर, इन्वैस्ट पंजाब के सीईओ रजत अग्रवाल, और पी.ए.आई.सी. के एम.डी. मनजीत बराड़ शामिल थे। इसके अलावा आस्ट्रेलिया के हाई कमिश्नर के साथ लोरेन डांसर, सेकिंड सैक्ट्री आर्थिक और व्यापार और प्रज्ञा सेठ, सीनियर पॉलिसी अफ़सर, आर्थिक और व्यापार उपस्थित थे।
अपने दौरे के दौरान आस्ट्रेलिया के हाई कमिश्नर ने ट्राइडेंट ग्रुप के राजिन्दर गुप्ता के साथ बातचीत की और बांसल स्पिनिंग मिल, साहनेवाल का दौरा किया जहाँ कि आस्ट्रेलिया की मैरीनो ऊन तैयार की जाती है। उन्होंने पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी और आस्ट्रेलियाई सैंटर फॉर इंटरनैशनल एग्रीकल्चरल रिसर्च द्वारा साझे तौर पर तैयार किया गया ‘‘हैपी सिडर’’ (एक मशीन जो पराली जलाने को रोकने में सहायता करती है) को भी देखा।
गौरतलब है कि पंजाब सरकार के लिए यह दौरा आस्ट्रेलिया के साथ कौशल विकास, शिक्षा, कृषि, फूड प्रोसेसिंग, बुनियादी ढांचे और व्यापार जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने का एक सुनहरी मौका था।
-Nav Gill