चंडीगढ़, 3 नवम्बर:
पंंजाब स्कूल शिक्षा सचिव श्री कृष्ण कुमार ने कोविड-19 के बाद ऑनलाईन (ई-लर्निंग) शिक्षा के पैदा हुए रुझान का जि़क्र करते हुए वर्तमान समय में रोजग़ार की समस्या से निपटने के लिए कौशल विकास की महत्ता पर ज़ोर दिया है।
राष्ट्रीय कौशल क्वालीफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ) के सात दिवसीय प्रशिक्षण प्रोग्राम के आज समापन समारोह के मौके पर बोलते हुए श्री कृष्ण कुमार ने कहा कि वर्तमान समय में कौशल विकास की महत्ता बहुत ज़्यादा बढ़ गई है, इस कारण हमारी नीतियाँ और प्रोग्राम इसी दिशा में होने चाहिएं। उन्होंने कहा कि भविष्य में हम कौशल विकास के साथ साथ रोजग़ार की समस्या से निपटने के लिए काफ़ी हद तक सफल हो सकते हैं। यह प्रोग्राम शिक्षा विभाग और पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला की तरफ से साझे तौर पर आयोजित करवाया गया जिसके आज आखिरी दिन श्री कृष्ण कुमार और पंजाबी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. बी.एस घूम्मन ने चर्चा में ऑनलाईन हिस्सा लिया।
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पंजाबी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. बी.एस घूम्मन ने अपने संबोधन में पेशामुखी और कौशल विकास वाले पाठ्यक्रमों की महत्ता सम्बन्धी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी ने हाल ही में समय की माँग के मद्देनजऱ 25 कौशल विकास पाठ्यक्रम शुरू किये हैं। विभाग के सहायक डायरैक्टर (पेशा प्रमुख) श्रीमती. सुरिन्दरपाल कौर हीरा ने मुख्य मेहमानों का स्वागत किया। श्री चिरनजीव गुहा ने राष्ट्रीय कौशल विकास परिषद अधीन पाठ्यक्रमों और उद्देश्यों बारे विस्तार के साथ जानकारी दी।
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समारोह के दौरान समग्र सिखिया अभियान की डिप्टी मैनेजर (एन.एस.क्यू.एफ) श्रीमती सलोनी कौर ने बताया कि कोविड-19 के मद्देनजऱ ज़रूरी सावधानियों को देखते हुए यह प्रशिक्षण प्रोग्राम हर रोज़ दो घंटे ऑनलाइन करवाया गया। उन्होंने आगे बताया कि पहले दो दिनों के दौरान क्लासरूम के व्यवहार प्रबंधन, व्यक्तित्व विकास, शारीरिक हाव-भाव, अध्यापन की महारत और अन्य बहुत से विषयों को शामिल करने वाले सॉफ्ट स्किल्स बारे प्रशिक्षण दिया गया। अगले चार दिनों में, मास्टर ट्रेनरों द्वारा एनएसक्यूएफ अधीन 12 व्यावसायिक ट्रेडों के लिए डोमेन विशिष्ट प्रशिक्षण दिया गया। फिर अगले तीन दिनों में ऑनलाइन क्लासें कैसे लगाई जाएँ, वीडियो मेकिंग, ऑडियो क्वालिटी, वीडियो ऐडिटिंग और प्रश्रोत्तरी पर आधारित अलग-अलग ऑनलाइन ऐप्स सम्बन्धी जागरूकता देने के लिए 5-5 घंटों का प्रशिक्षण दिया गया।
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समग्र सिखिया अभियान के स्टेट स्पोर्टस कोर्डीनेटर श्री धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि यह प्रशिक्षण पंजाब यूनिवर्सिटी की सैंटर ऑफ ई-लर्निंग एंड टीचिंग एक्सीलेंस टीम की तरफ से आयोजित किया गया था। डॉ. विशाल गोयल (डिप्टी डायरैक्टर), डॉ. गुरप्रीत सिंह जोसन (कोऑर्डीनेटर), डॉ. विकास दीप (कोऑर्डीनेटर), सैंटर फॉर ई-लर्निंग एंड टीचिंग एक्सीलेंस, पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला पूरे प्रोग्राम के सफलतापूर्वक लागू होने सम्बन्धी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इससे पहले इस टीम ने अपने स्पैशल एजूकेटर्स पंजाब के लिए 8 दिनों की वर्कशॉप लगाई थी।
डॉ. विशाल गोयल ने बताया कि यह प्रशिक्षण रोज़ाना 2 घंटे (हर ट्रेड के लिए दो सैशन) के लिए दी जाती थी और हर सैशन के अंत में एक प्रश्न और उत्तर सैशन होता था। प्रशिक्षण के बाद, सभी ट्रेनरों को प्रैक्टिकल कार्य दिए जाते थे।
एन.एस.क्यू.एफ प्रशिक्षण प्रोग्राम के कोऑर्डीनेटर श्री अरुण कुमार, ने इस प्रशिक्षण प्रोग्राम की महत्ता बारे बताते हुए कहा कि हर सैशन की वीडियो रिकॉर्डिंग एनएसक्यूएफ पंजाब के अधिकारिक यूट्यूब चैनल पर पहले ही अपलोड कर दी गई हैं। व्यावसायिक ट्रेनर इन विडीयो को ज़रूरत पडऩे पर देख सकते हैं और इससे प्राप्त ज्ञान के प्रयोग से अपने अध्यापन के कौशल में निरंतर सुधार कर सकते हैं।
डा. गुरप्रीत सिंह जोसन ने बताया कि 1910 व्यावसायी ट्रेनरों को यू-ट्यूब पर लाइव स्ट्रीमिंग के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया था। इस दौरान डा. विकास ने मास्टर ट्रेनरों का धन्यवाद किया। एन.एस.क्यू.एफ के सहायक मैनेजर श्री अशीष जेतली ने कहा कि सैशनों के आधार पर प्रशिक्षण देने वालों की ऑनलाइन परीक्षा भी ली जाऐगी। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद प्रशिक्षण देने वालों को सर्टिफिकेट दिए जाएंगे। प्रशिक्षण प्रोग्राम के सभी प्रतिभागियों ने अधिकारियों की इस पहल की सराहना की और प्रबंधकों को व्यासायी प्रशिक्षण को और ज्यादा प्रभावशाली ढंग से प्रदान कराने के लिए धन्यवाद किया।
सैंटर फॉर ई -लर्निंग एंड टीचिंग एक्सीलेंस के डायरैक्टर डा. गुरदीप सिंह बत्रा ने एन.एस.क्यू.एफ की टीम और उनकी टीम आपसी तालमेल की सराहना की और वर्कशाप के सफलतापूर्वक मुकम्मल होने के लिए सभी को बधाई दी जोकि अपने आप में पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के लिए बड़ी प्राप्ति है। उन्होंने बताया कि यह केंद्र माननीय उप कुलपति डा बी.एस. घूमन्न के नेतृत्व अधीन समाज की सेवा के लिए हर यत्न कर रहा है।
-Nav Gill