धर्मेन्द्र संधू
कुछ ऐसी सब्जियां हैं जो मौसम के अनुसार बाजार में मिलती हैं। यह सब्ज़ियां पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं। अगर मौसम के हिसाब से इन सब्ज़ियों को आहार में शामिल किया जाए तो कई प्रकार की सेहत समस्याओं को दूर किया जा सकता है। इन मौसमी सब्ज़ियों में ‘टिंडा’ एक ऐसी सब्जी है जिसका जन्म भारत से हुआ है। इसे लिटिल पंपकिन के नाम से भी जाना जाता है।
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भारत के अतिरिक्त दक्षिण एशिया व अन्य गर्म देशों में इसकी खेती की जाती है। टिंडे की सब्जी बहुत सारे पोषक तत्व से भरपूर होती है। यह सब्जी स्वास्थ्य की दृष्टि से उत्तम मानी जाती है। टिंडे में विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट्स गुण पाए जाते हैं। टिंडे के गुण हमें रक्तचाप, हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं। टिंडा कैंसर की रोकथाम में भी मददगार है। इसमें पानी की मात्रा बहुत अधिक होती है जिससे यह सब्जी शरीर को शीतलता प्रदान करने के साथ-साथ मूत्र प्रवाह को बढ़ाने का काम करती है और गुर्दे के रोगों को दूर करने में मदद मिलती है।
टिंडे की सब्ज़ी के लाभ
वजन को कम करने में लाभदायक
टिंडे की सब्जी शरीर के बढ़ते वजन को कम करने में सहायक होती है। टिंडे में फाइबर की मात्रा अधिक होती है जिससे पेट जल्दी भर जाता है और काफी देर तक भूख नहीं लगती। अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो इस सब्ज़ी को अपने आहार में शामिल करें।
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किडनी के रोगों से करे बचाव
टिंडे में पानी की मात्रा बहुत अधिक होती है। यह किडनी में मौजूद विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है जिससे किडनी साफ रहती है और किडनी के रोगों से निजात मिलती है। साथ ही किडनी के रोग होने की संभावना कम हो जाती है।
प्रतिरक्षा प्रणाली को करता है मजबूत
टिंडे में शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने वाले गुण पाए जाते हैं। इसे खाने से रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ती है और आप जल्दी बिमार नहीं पड़ते ।
कैंसर से करे बचाव
टिंडा कैंसर के विकास को भी रोकता है। अपनी एंटीऑक्सीडेंट प्रकृति के कारण टिंडा मुक्त कणों से शरीर की रक्षा करने में मदद करता है। यह मुक्त कण ही कैंसर का मुख्य कारण बनते हैं।
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मधुमेह के रोग में लाभकारी
इस सब्ज़ी में कैलोरी की मात्रा कम होती है और फाइबर की मात्रा अधिक होती है। इस लिए टिंडा मधुमेह के रोगियों के लिए भी बहुत फायदेमंद है। लेकिन फिर भी इस रोग से पीड़ित लोगों को इसका सेवन डाक्टर की सलाह से करना चाहिए।
दिल की बीमारी से बचाए
इसमें दिल के रोगों से बचाव करने वाले गुण भी पाए जाते हैं। टिंडे में वसा की मात्रा भी कम होती है और फाइबर अधिक मात्रा में होता है जो रक्तचाप को नियंत्रित करने और दिल को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।
मूत्र संबंधी समस्याओं में लाभदायक
मुूत्र संबंधी समस्याओं में टिंडा लाभकारी है। इसमें पानी की अच्छी मात्रा पाई जाती है। इसकी सब्ज़ी बनाकर खाने से शरीर के हानिकारक तत्व मूत्र के द्वारा आसानी से बाहर निकल जाते हैं। साथ ही टिंडे की सब्जी मूत्र मार्ग की जलन को भी कम करती है।
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कब्ज को करे दूर
इसमें फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। फाइबर युक्त आहार कब्ज को दूर करता है। टिंडे की सब्ज़ी खाने से पेट असानी से साफ होता है।
त्वचा के लिए है गुणकारी
त्वचा रोगों में टिंडा लाभदायक है। टिंडे का सेवन करने से त्वचा का रूखापन दूर होता है। चेहरे के कील मुंहासों को दूर करने के लिए टिंडे को पीसकर फेस पैक की तरह लगा भी सकते हैं।
मस्तिष्क के लिए फायदेमंद
दिमाग की कार्य प्रणाली को सुधारने वाले गुण टिंडे में पाए जाते हैं। इससे दिमाग को पोषण मिलता है और याददाश्त में सुधार होता है।
टिंडे की सब्ज़ी के नुकसान
पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण टिंडा शरीर के लिए बेहद लाभकारी है किंतु इसका अधिक सेवन करने से दस्त या पेट की ऐंठन बढ़ सकती है। गर्भवती और स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को टिंडे के सेवन से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लेना चाहिए।