धर्मेन्द्र संधू
आजकल जैसे हमारी खाने-पीने की आदतें बदल रही हैं वैसे ही सेहत संबंधी समस्याएं भी पैदा हो रही हैं। इन समस्याओं में एक समस्या है पेट में एसिडिटी होना। अकसर लोग एसिडिटी से राहत पाने के लिए दवाईयों या बाजार में मिलने वाले पदार्थों का सेवन करते हैं। यह पदार्थ एसिडिटी से तुरंत राहत तो दिलाते हैं लेकिन लीवर व अन्य अंगों पर बुरा प्रभाव भी डालते हैं। आज हम आपको घर पर मौजद कुछ ऐसी चीजों के बारे में जानकारी देंगे जो बिना किसी हानि के एसिडिटी से छुटकारा दिलाती हैं।
एसिडिटी होने के कारण
एसिडिटी होने के कई कारण हैं लेकिन इनमें से प्रमुख कारण है मसालेदार व तला हुआ भोजन करना और स्ट्रीट फूड व जंक फूड का सेवन करना। इसके अलावा ज्यादा देर तक भूखे यानि खाली पेट रहना , भूख से ज्यादा भोजन करना, पानी कम पीना भी एसिडिटी का कारण बनते हैं।
एसिडिटी होने के लक्षण
पेट में बन रहा एसिड जब गले की नली तक पहुंच जाता है तो एसिडिटी होने लगती है। इससे पेट व सीने में जलन होती है। घबराहट के साथ ही उल्टी होने को होती है। खट्टे डकार आने लगते हैं और पेट व सीने में दर्द होना एसिडिटी होने के मुख्य लक्षण हैं।
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एसिडिटी से राहत पाने के घरेलू उपाय
आंवला
गुणों का खज़ाना आंवला पाचन तंत्र को मज़बूती प्रदान करता है। पेट की समस्याओं खासकर एसिडिटी से छुटकारा पाने के लिए आप आंवले को कच्चा भी खा सकते हैं और इसका रस निकालकर भी पी सकते हैं। आंवले को सुखाकर कैंडी के रूप में भी खाया जा सकता है। आंवला कैंडी व मुरब्बा बाजार में भी उपलब्ध होता है।
अजवाइन
एसिडिटी को खत्म करने का एक कारगर तरीका अजवाइन का सेवन भी है। आप एक चम्मच अजवाइन को तवे पर गर्म करके कोसे या गुनगुने पानी के साथ चबाकर खा सकते हैं। इसके अलावा एसिडिटी से राहत पाने के लिए अजवाइन को उबालकर इसका पानी भी पी सकते हैं।
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छोटी इलायची
एसिडिटी होने पर आप छोटी इलायची खा सकते हैं। छोटी इलायची में मौजूद औषधीय गुण पेट की जलन व गैस को दूर करते हैं। इसके लिए इलायची को मुंह में रखकर चूसें।
सौंफ
भोजन के बाद अकसर लोग सौंफ खाते हैं। सौंफ में पाचन शक्ति को बढ़ाने वाले गुण पाए जाते हैं। सौंफ की तासीर ठंडी होती है। इसलिए पेट में जलन व एसिडिटी होने पर सौंफ खाने से फायदा होता है।
पुदीना
पुदीना पेट को ठंडक प्रदान करता है। पुदीना हाज़मेदार होता है व पाचन संबंधी समस्याओं में आराम देता है। एसिडिटी से निजात पाने के लिए आप पुदीने की पत्तियों को चबाकर खा सकते हैं। पुदीने की चटनी भी पाचन तंत्र को सही रखती है। साथ ही आप पुदीने की पत्तियों को पीसकर, उस रस में काला नमक डालकर पी भी सकते हैं इससे भी एसिडिटी से होने वाली जलन व घबराहट में फायदा होता है।
हल्दी
एसिडिटी से राहत पाने के लिए हल्दी भी गुणकारी है। एसिडिटी से राहत पाने के लिए दही में हल्दी मिलाकर खाएं। स्वाद के लिए इसमें काला नमक मिला लें। दही से पेट को ठंडक मिलती है और हल्दी के दर्द नाशक गुण पेट दर्द, जलन व एसिडिटी से आराम दिलाते हैं।
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जीरा
रसोई में मौजूद जीरा दाल व सब्ज़ी को तड़का लगाने के काम आता है। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि जीरे में एसिडिटी को दूर करने वाले गुण भी पाए जाते हैं। एसिडिटी को दूर करने के लिए आप जीरे को खा भी सकते हैं और पानी में उबालकर इसका काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं।
अदरक
वैसे तो अदरक का उपयोग दाल-सब्जी को स्वादिष्ट बनाने के लिए किया जाता है और अदरक के औषधीय गुण सर्दी, खांसी व जुकाम से राहत दिलाते हैं साथ ही अदरक पाचन तंत्र के लिए भी गुणकारी है। एसिडिटी होने पर अदरक का एक टुकड़ा मुंह में रखकर चूसें, आप इस टुकड़े पर काला नमक भी लगा सकते हैं। साथ ही अदरक को पानी में उबालकर उस पानी को पीने से भी एसिडिटी की समस्या ठीक होती है।
तुलसी
एसिडिटी की समस्या से छुटकारा दिलाने में तुलसी भी मदद करती है। इस समस्या में तुलसी के 2-4 पत्ते खाने से फायदा होता है। तुलसी में पाचन तंत्र को सही करने वाले गुण पाए जाते हैं। एसिडिटी से राहत पाने के लिए आप तुलसी के पत्तों को पानी में उबालकर काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं।
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ठंडा दूध
ठंडा दूध एसिडिटी से तुरंत छुटकारा दिलाता है। दूध पीना सेहत के लिए वैसे भी लाभकारी होता है। पेट व सीने की जलन से राहत पाने के लिए आप ठंडा दूध पी सकते हैं। साथ ही कच्चे दूध में पानी मिलाकर काला नमक डालकर पीने से भी एसिडिटी की समस्या दूर हो जाती है। एसिडिटी से राहत पाने के लिए ठंडे दूध में पानी मिलाकर पीना बुजुर्गों का आजमाया हुआ आसान घरेलू उपाय है। कुछ स्थानों पर पानी व ठंडे दूध के मिश्रण को कच्ची लस्सी कहा जाता है।