गेहूँ की खरीद ने पंद्रह साल का रिकॉर्ड तोड़ा, भुगतान शिखर पर

-निजी खरीद ने बुलंदियां छुईं
चंडीगढ़ अप्रैल: जैसे-जैसे राज्य के अधिकांश हिस्सों में गेहूं की आवक बढ़ रही है, राज्य खरीद एजेंसियों ने राज्य में खाद्यान्न खरीद और एमएसपी भुगतान के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।

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राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि 13 अप्रैल को गेहूं की कुल खरीद 17 लाख टन तक पहुंच गई है, जो पिछले पंद्रह वर्षों में आज की तिथि तक सबसे अधिक खरीद है।
आगे बताते हुए उन्होंने कहा कि इस साल राज्य सरकार ने अब तक 828 करोड़ रुपए के एमएसपी भुगतान को सीधे किसानों के बैंक खातों में क्रेडिट कर दिया है, जो इस तारीख तक अब तक की सबसे अधिक राशि है। उन्होंने कहा कि विभाग ने 871 करोड़ रुपए का अतिरिक्त भुगतान भी मंजूर कर लिए हैं और शनिवार को बैंक खुलते ही किसानों के खातों में यह राशि जमा कर दी जाएगी, उन्होंने कहा कि 14-15 अप्रैल बैंक में अवकाश होने के कारण कोई भुगतान संभव नहीं होगा।

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खरीद की गति के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में प्रवक्ता ने कहा कि 13 अप्रैल को मौजूदा सीजन में एक दिन की सबसे ज्यादा 4.7 लाख टन की खरीद हुई है। उन्होंने कहा कि दिन के अंत तक ना बिकी हुई गेहूं की मात्रा दिन के आगमन की तुलना में बहुत कम है, जो उस दक्षता का पर्याप्त प्रमाण है जिसके साथ खरीद हो रही है।
गेहूं की वैश्विक मांग में वृद्धि पर उन्होंने कहा कि 1 लाख टन गेहूं की अब तक की रिकॉर्ड निजी खरीद पहले ही हो चुकी है, जो पिछले वर्षों में इसी तारीख को हुई खरीद की तुलना में बहुत अधिक है। उन्होंने कहा कि हर गुजरते दिन के साथ निजी खरीदारी में तेजी आ रही है।
इन रिकॉर्ड तोड़ आंकड़ों को मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश पर राज्य सरकार द्वारा की गई सावधानीपूर्वक व्यवस्था का नतीजा बताते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और किसानों द्वारा बिक्री के लिए दिए जा रहा गेहूं की निर्बाध बिक्री की सुविधा के लिए हर संभव कदम उठाएगी।

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