चंडीगढ़, 30 मार्चः
पंजाब के पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामलों संबंधी मंत्री स. चरनजीत सिंह चन्नी ने नौजवान पंजाबी गायक दिलजान के निधन पर गहरे दुःख का प्रगटावा किया है। गायक दिलजान (32 साल) का बीती रात जंडियाला गुरू के पास एक सड़क हादसे में निधन हो गया था। उनके आकस्मिक निधन से समूचे पंजाबी जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
इस मौके अपने शौक संदेश में स. चन्नी ने कहा कि इस सुरीले और मदुभाषी कलाकार के वियोग से संगीत प्रेमियों और समूचे पंजाबी जगत को काफी ठेस पहुँची हैं।
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दुःख के इस क्षण में दिलजान के परिवार के साथ गहरा दुःख सांझा करते हुये कैबिनेट मंत्री चन्नी ने कहा कि आकस्मिक निधन से हुये घाटे को शब्दों में ब्यान नहीं किया जा सकता। उन्होंने परमात्मा के आगे अरदास की है कि दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में शाश्वत स्थान दें और परिवार को ईश्वरीय आदेश मानने का हौंसला प्रदान करे।
जिक्रयोग्य है कि अपनी मेहनत, संघर्ष और सुरीली आवाज के साथ थोड़े ही समय में भारतीय और विशेषतः पंजाबी संगीत संसार में उसने अपनी निवेकली पहचान बना ली थी।
जालंधर के नजदीक के कस्बे करतारपुर में 30 जुलाई, 1989 को पिता बलदेव कुमार और माता बिमला देवी के घर जन्मे दिलजान ने साल 2006-07 में एम.एच. भांत के रियालिटी शो में भाग लेते हुये पंजाबी संगीत जगत में अपनी पहली पहचान बनाई और इस शो में वह उप-विजेता रहा था।
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साल 2012 में कलरर्ज़ टी.वी. के रियालिटी शो ‘सुरकशेतर’ में उसकी प्रस्तुतियों ने भारतीय और पाकिस्तानी संगीत जगत में हलचल मचा दी थी। कई फिल्मों में भी उसने पाश्र्व गायक के तौर पर अपनी आवाज दी। उसकी 10 के लगभग संगीत एलबमों और 50 के लगभग सिंगल ट्रैक गीत अब तक रिलीज़ हो चुके हैं। कुछ दिन पहले ही उसका गुरू रविदास पर गाया गीत बेहद प्रसिद्ध हुआ था। इससे पहले किसानी के संघर्ष के बारे उनकी तरफ से गाये गीत जिन्दाबाद ने भी बड़ी संख्या में लोगों का ध्यान आकर्षित किया था।
-NAV GILL