चंडीगढ़: नशा तस्करों और व्यापारियों के खि़लाफ़ अपने सख्त व्यवहार को कायम रखते हुए सोमवार को पंजाब पुलिस ने यू.पी. पुलिस के साथ संयुक्त ऑप्रेशन के ज़रिये अंतर-राज्यीय नशा तस्कर गिरोह का पर्दाफाश किया है।
एस.एस.पी. साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर सतीन्द्र सिंह के अनुसार यह गिरोह कथित तौर पर नशा तस्करी में शामिल था जो कि पंजाब नशा तैयार करके बेचता था जिसका पता हाल में ही नशे से हुई मौतों की जांच से चला है।
एस.बी.एस. नगर पुलिस और सहारनपुर पुलिस द्वारा चलाए इस संयुक्त ऑप्रेशन में दो सहारनपुर निवासियों मुहम्मद बाली पुत्र नायर इकबाल और सोहेल कुरैशी पुत्र जेरार अहमद को गिरफ़्तार किया गया है।
पुलिस द्वारा मुहम्मद बाली से 480 नशीले और एविल टीके बरामद किये गए हैं जबकि सोहेल कुरैशी से 1220 बूपरोनओरपाईन टीके, 420 एविल टीके, 4400 नशीली गोलियाँ और 900 कैप्सूलज़ बरामद किये गए हैं।
एस.एस.पी. ने बताया कि एन.डी.पी.एस. एक्ट के अंतर्गत पहले गिरफ़्तार किये अन्य मुलजिम से जानकारी मिलने के बाद दोनों राज्यों की पुलिस टीमों द्वारा इस दिशा की तरफ संयुक्त ऑप्रेशन किया गया। एस.बी.एस. नगर पुलिस द्वारा कोटवाली शहर, सहारनपुर में एन.डी.पी.एस. एक्ट के सैक्शन 21-22 के अंतर्गत एफ.आई.आर. नं. 154 दर्ज कर ली गई है।
मुहम्मद बाली और सोहेल कुरैशी से पूछताछ के आधार पर एस.बी.एस. नगर पुलिस ने सहारनपुर पुलिस के साथ मिलकर वैलकम फर्म के मालिक अब्दुल मारुफ़ पुत्र सलीम की ख़ान मार्केट किशनपुरा, सहारनपुर में स्थित दवाओं की दुकान पर छापा मारा। छापे के दौरान पुलिस को स्टोर रिकार्ड में कई कमियों का पता चला और पुलिस द्वारा अनाधिकृत दवाओं के भंडार ज़ब्त किये गए जिसमें 34 बोतलों कोरैकश सिरप, 21 नशीले टीके 10 एम.एल., 390 टीके 2 एम.एल. शामिल हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि उक्त दुकान के रिकार्ड ज़ब्त कर लिए गए हैं और अथॉरिटी को स्टोर के मालिक का लाईसेंस ख़ारिज करने की सिफारिश की गई हैं।बूपरोनओरपाईन एक ओपीयोड डैरीवेटिव टीका है और एविल एक ऐटियलरजिक दवा है। जब दोनों को मिला कर लिया जाता है तो ऐसी नशीली दवा बनती है जिसका सेवन करने वाला व्यक्ति नशे का आदी बन जाता है।