इस दिवाली पर कब और कैसे करें पूजन…कहां रखें ख्याल कि न हो अनहोनी

लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त और दिवाली पूजन विधि

पंडित बद्री प्रसाद शास्त्री जी

शिव सेना हिंदुस्तान की शाखा श्री सनातन धर्म प्रचारक सेना के जिला अध्यक्ष पंडित बद्री प्रसाद शास्त्री जी ने बताया कि दीपावली पर क्या शुभ मुहूर्त रहेगा और किस प्रकार से करें पूजा ताकि महालक्ष्मी की आप पर अपार कृपा हो | पुराणों के अनुसार जब भगवान श्री राम  रावण का वध करके अयोध्या वापस लौटे तो उस समय भगवान राम का अयोध्या वासियों ने दीप जलाकर स्वागत किया था। जिसके बाद इस त्योहार को प्रत्येक साल दिवाली के रूप में मनाया जाने लगा। दीवाली के त्योहार को असत्य पर सत्य की जीत के रूप में मनाया जाता है। दीवाली के दिन भगवान गणेश और मां लक्ष्मी के साथ -साथ भगवान कुबेर की भी पूजा की जाती है।

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दिवाली का शुभ मुहूर्त और क्या है दिवाली की पूजा विधि

दिवाली का महापर्व 2019 में अश्विन मास कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि में 27 अक्टूबर 2019 को मनाया जाएगा। पंडित बद्री प्रसाद शास्त्री जी ने बताया कि जिस दिन  27अक्टूबर को 9:00 प्रातः काल  से लेकर और रात्रि 12:00 बजे तक पूरा दिन आप महालक्ष्मी और गणेश भगवान तथा कुबेर जी को प्रसन्न करने के लिए पूजा कर सकते हैं परंतु फिर भी शास्त्रों के अनुसार जो कुछ मुहूर्त हम आपको निकाल कर के दे रहे हैं वह अमूल्य योग बनते हैं

दिवाली पर लक्ष्मी पूजा मुहूर्त – शाम 7 बजकर 15 मिनट से 8 बजकर 36 मिनट तक

प्रदोष काल- शाम 6 बजकर 4 मिनट से 8 बजकर 36 मिनट तक

वृषभ काल- शाम 7 बजकर 15 मिनट से 9 बजकर15 मिनट तक

लक्ष्मी पूजा चौघड़िया

दोपहर शुभ पूजा मुहूर्त- 1 बजकर 48 से 3 बजकर 13 मिनट तक

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दिवाली पूजा विधि 

  1. दिवाली के दिन मुख्य रूप से भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है।

 

  1. दिवाली की शाम को एक साफ चौकी बिछांए। इसके बाद इस पर गंगा जल छिड़काव करें।

 

  1. भगवान गणेश और मां लक्ष्मी के साथ कुबेर और श्री यंत्र भी स्थापित करें।

 

  1. पूजा स्थान पर एक जल से भरा तांबे का कलश रखें अगर आपके पास तांबे का कलश नहीं है तो आप साधारण कलश भी रख सकते हैं।

 

  1. इसके बाद कलश पर रोली से सतिया बना लें और श्रीं लिखें इसके बाद मोली की 5 गांठे बांध दें।

 

  1. इसके बाद आम के पत्ते बांध दे और पुजा स्थल पर पंच मेवा, गुड़ फूल, मिठाई,घी, कमल का फूल ,खील आदि भगवान गणेश और मां लक्ष्मी के आगे रखें।
  2. मां लक्ष्मी को कमल का फूल अत्याधिक प्रिय है इसलिए मां लक्ष्मी के दोनों और एक- एक कमल का फूल रखें।

 

  1. इसके बाद भगवान गणेश और मां लक्ष्मी के आगे पांच घी और पांच तेल के दीपक और तेल का बड़ा दीपक जलाएं। और विधिवत पूजन करें ।

 

  1. भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की पूजा के बाद कुबेर जी की पूजा भी अवश्य करें।

 

  1. इसके बाद अपने गहनों ,पैसों और बहीखातों की भी पूजा करते हैं। जिससे आपकी धन संपत्ति में वृद्धि होती है|

 

अंत में पंडित बद्री प्रसाद शास्त्री जी ने बताया कि दीपावली के त्यौहार पर किसी भी देवी देवता का चित्र छपा हुआ हो तो ऐसे बम पटाखे का बहिष्कार करें आप पर महामाई की अधिक से अधिक कृपा आएगी|

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