-फूड सप्लाई विभाग ने 04 शैलर मालिकों को किया काबू
-राज्य में नकली बिलिंग नहीं होने दी जायेगी-आशु
चंडीगढ़: सार्वजनिक वितरण प्रणाली के द्वारा गरीबों को बाँटने के लिए आरक्षित रखे जाने वाले चावलों की रिसाईकलिंग का सख्त नोटिस लेते हुए ख़ाद्य एवं सिवल सप्लाई मंत्री, पंजाब श्री भारत भूषण आशु ने फिऱोज़पुर में 10 चावल मिलों में अचानक छापेमारी करने के आदेश दिए। जिसके बाद की गई छापेमारी के दौरान इलाके की 04 मिलों में से चावल के 91000 थैले बरामद किए गए हैं।
मुख्य विजीलैंस के नेतृत्व में की गई छापेमारी के दौरान महालक्ष्मी चावल मिल फिऱोज़पुर ने पिछले साल के 110000 पैडी थैले जो कि चावलों के 55275 थैलों के बराबर हैं, सेरेल फूड एक्सपोर्टस फिऱोज़पुर ने 58000 पैडी थैले जो कि 29145 चावलों के थैलों के बराबर हैं और फिऱोज़पुर फूड एक्सपोर्टस ने चावलों के 2700 थैले जब कि श्रीशाम जी इंडस्ट्रीज बरनाला ने 1200 चावलों के थैले अवैध ढंग से स्टोर किये हुए पाए गए हैं। स्पष्ट है कि इन चावल मिलों ने निश्चित रूप से पिछले साल दूसरे राज्यों से ब्लैक मार्केट में लाए जाते पी.डी.एस राईस की खरीद की थी जिससे इसकी आने वाले मिलिंग सीजन में नकली बिलों के ज़रिये फ़सल की अतिरिक्त खरीद दिखाकर फिर बिक्री की जा सके।
इस बड़े घपले को बेनकाब करते हुए मंत्री ने खाद्य और सिवल सप्लाई विभाग को और चौकस रहने के आदेश दिए और कहा कि सूबे में ऐसी नकली बिलिंग की किसी भी कीमत पर आज्ञा नहीं दी जायेगी। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार ऐसे चालबाज़ व्यक्तियों को अपनी भ्रष्ट गतिविधियों के साथ सूबे को किसी भी कीमत पर वित्तीय नुक्सान नहीं पहुंचाने देगी। उन्होंने कहा कि विभाग ने इस दिशा में पहले ही कई संशोधन लागू किये हैं जैसे कि मिल की अलॉटमैंट और विभाग के हितों की सुरक्षा के लिए मिलरों से बैंक गारंटी लेने के लिए सी.आई.बी.आई.एल स्कोर मापदंड निर्धारित किया है।
इस दौरान विभाग ने ग़ैर सामाजिक मिल्लरों संबंधी जानकारी कानून के अनुसार अपेक्षित कार्यवाही करने के लिए मंडी बोर्ड और सैल्ज टैक्स डिपार्टमैंट को सौंप दी है। ऐसी भ्रष्ट गतिविधियों में शामिल मिल्लरों की रजिस्ट्रेशन रद्द करने के लिए भी विभाग विचार कर रहा है।