चंडीगढ़, 25 सितम्बर:
पंजाब के सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अरुणा चौधरी ने कोविड-19 महामारी के मुश्किल समय के दौरान कोविड के कारण घरों में बंद आंगनवाडिय़ों के बच्चों में सीखने का सामथ्र्य बढ़ाने और माता-पिता का मार्गदर्शन करने के लिए ‘डिजिटल पेरैंट मार्गदर्शक प्रोग्राम’ की औपचारिक शुरुआत की।
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श्रीमती चौधरी ने इस प्रोग्राम के अंतर्गत होने वाली गतिविधियों सम्बन्धी पहला संदेश प्रमुख सचिव श्रीमती राजी पी. श्रीवास्तव को भेजा, जिन आंगनवाड़ी केन्द्रों के सभी बच्चों को इसके घेरे में लाने के लिए यह संदेश आगे मार्गदर्शकोंं-कम -आंगनवाड़ी वर्करों को भेजा। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि इस मुश्किल समय के दौरान सभी विद्यार्थियों को डिजिटल शिक्षा देने के लिए राज्य सरकार कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व में अथक कोशिशें कर रही है। उन्होंने बताया कि आंगनवाड़ी सेंटरों के छोटे बच्चों की मदद के लिए सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग की तरफ से डिजिटल शिक्षा का ढंग अपनाया गया है। उन्होंने बताया कि इस मंतव्य के लिए विभाग ने ‘मेराकी फाऊंडेशन की मदद से ‘डिजिटल पेरैंट मार्गदर्शक प्रोग्राम ’ विकसित किया है क्योंकि कोविड महामारी के कारण सामाजिक दूरी अपनाने के कारण अब डिजिटल शिक्षा पर निर्भरता बढ़ी है।
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कैबिनेट मंत्री ने कहा कि दो पड़ावों में लागू होने वाले इस विशेष प्रोग्राम के मार्गदर्शक और अधिकारियों को पंद्रह दिनों का प्रशिक्षण दिया गया जिससे यह प्रोग्राम सफलता के नये आयाज स्थापित कर सकें। इस स्कीम के हर पड़ाव में 11 जिलों को शामिल किया जायेगा।
श्रीमती चौधरी ने आगे कहा कि इस प्रोग्राम में आंगनवाड़ी वर्करों को पंजाबी में बच्चों की रुचि के अनुसार संदेशों के साथ ऐनीमेटिड वीडीओज़ भेजी जा रही हैं, जिनको आंगनवाड़ी वर्कर आगे अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के द्वारा माता-पिता को मुहैया करवा रही हैं। ज्ञान भरपूर विषय वस्तु वाले यह संदेश और वीडीओज़ काफ़ी मनोरंजक हैं। इसी तरह माता-पिता को ज़रूरी दिशा-निर्देश पंजाबी भाषा में भेजे जा रहे हैं।
-NAV GILL