अमृत समान गुण समेटे है गुणकारी एलोवेरा….

-घर में भी उगाई जा सकती है यह संजीवनी बूटी
एलोवेरा को एक औषधीय पौधा माना गया है। जो अपने आप में अमृत समान गुण समेटे हुए हैं। रोग निवारण के गुण भरे भरे होने के कारण औषधियों में इसे संजीवनी भी कहा जाता है। सबसे खास बात यह है कि इस संजीवनी बूटी को घर में रखे गमलों में ही उगाया जा सकता है। आईए, आज आपको इस संजीवनी बूटी एलोवेरा से मिलने वाले लाभ के बारे विस्तार से जानकारी प्रदान करते हैं।

इसे भी पढ़ें…पुरानी से पुरानी ‘कब्ज़’ होगी दूर…एक बार आजमाएं यह घरेलु नुस्खा

एलोवेरा को कई नामों से जाता है पुकारा
संजीवनी बूटी के नाम से पहचान रखने वाली एलोवेरा को भारत में कई नामों से पुकारा जाता है। एलोवेरा को हिंदी और बंगाली में घृतकुमारी, घीकवार, तेलुगु में कलाबंदा, तमिल में कतरलाई, मलयालम में कुमारी, कन्नड़ में लोलिसारा, मराठी में कोरफाड़ा के नाम से पुकारा जाता है।

एलोवेरा के सेवन से होता है रोगों का निवारण
एलोवेरा एक एेसी औषधि है, जिसके सेवन से कई तरह के रोगों का उपचार होता है। इतना ही नहीं एलोवेरा का जूस सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें कई प्रकार के प्रोटीन और विटामिन होते है, जो शरीर को स्‍वस्‍थ बनाने में अहम रोल अदा करते हैं। एलोवेरा जूस में एंटी-ऑक्‍सीडेंट की भरपूर मात्रा होती है। जिसके सेवन से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता का ही विकास होता है। साथ ही शरीर में कम हो रहे पोषक तत्‍वों की भी पूर्ति होती है।

पेट को करता है साफ
पेट को साफ रखने के लिए एलोवेरा जूस का सेवन बेहद लाभकारी है। पानी संग जूस को पीने से पेट में दूषित तत्वों को बाहर निकाल कर पेट को साफ करता है। कब्ज की शिकायत को तुरंत समाप्त करता है।

भूख को बढ़ाता है
भूख कम लगने पर एलोवेरा जूस भूख बढ़ाता है। आमतौर पर हमारे शरीर को जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते। इस कारण भूख कम लगती है। अगर आप सुबह उठते ही एलोवेरा जूस का सेवन करें, तो भूख कम लगने की समस्या समाप्त हो जाती है।

इसे भी पढ़ें…इकलौता फल उपर से भीतर तक गुणों की खान….

सिरदर्द से मिलता है छुटकारा
सही ढंग से नींद न आने के कारण सिरदर्द की समस्या अक्सर रहती है। इस समस्या के समाधान के लिए सुबह खाली पेट जूस का सेवन करने से सिरदर्द के निजात मिलती है। जूस पीने से शरीर में पानी की कमी भी दूर होती है।

रेड ब्लड सेल्स को बढ़ाता है
कई बार इंसान के शरीर में रेड ब्लड सेल्स की कमी आ जाती है। जो इंसान के लिए खतरे की स्थिति भी उत्पन्न कर देती है। एलोवेरा का जूस सुबह सवेरे खाली पेट पीने से कम हो रहे रेड ब्लड सेल्स को बढ़ाने में अहम रोल अदा करता है। साथ ही खून की वृद्धि होती है। डेंगू रोग के दौरान एलोवेरा जूस सबसे अधिक स्वास्थयवर्धक माना गया है। रक्त में शुगर लेवेल को नियंत्रित भी करता है। जूस पीने से पीलिया में भी फायदा पहुंचता है।

इसे भी पढ़ें…पेट के रोग चुटकियों में होंगे छूमंतर…वजन भी होगा कम

जूस पीने से ओवर वेट होता है कम
मौजूदा जीवन में अधिकतर लोग ओवर वेट की समस्या से परेशान हैं। यदि आप भी ओवरवेट हैं, अपना वजन कम करना चाहते हैं, तो सुबह सवेरे खाली पेट एलोवेरा के जूस का सेवन लाभदायक है। जूस पीने से शरीर में मौजूद खराब ट्रांसफैट बहार निकल कर शरीर का फैट मैटोबॉलिज्‍म बढ़ाते है। जो वजन घटाने में मदद करते हैं।

त्वचा को दमकाना है पीएं जूस
यदि आप दमकती त्वचा पाना चाहते हैं, तो एलोवेरा जूस का सेवन करें। रोजाना एलोवेरा जूस पीने से चेहरे पर निकलने वाले कील मुंहासे साफ होते हैं। त्वचा दमकने लग जाती है। साथ ही डेंड्रफ की समस्‍या का भी अंत हो जाता है। सनस्क्रीन की तरह इस्तेमाल हो सकता है। शेव करने के बाद कई बार चेहरे पर कट लग जाता है। इस जलन को कम करने के लिए एलोवेरा का जेल एक ऑफ्टर शेव की तरह ही काम करता है।

इसे भी पढें….नहीं बनेगी गुर्दे में पथरी…इसे भी आजमाएं

एलोवेरा जूस है बेहतरीन है माउथ फ्रेशनर
एलोवेरा जूस में एंटी माइक्रोवाइलतत्व मौजूद होते हैं। जो दांतों को चमकता और रोगाणू रहित करता है। एलोवेरा जूस एक बेहतरीन माउथ फ्रेशनर है। इस जूस को मुंह में कुछ समय के लिए भर कर रखने से मुंह के छाले और मुंह से बहने वाले खून को भी रोका जा सकता है।

मिनरल्स, विटामिन्स का खजाना है एलोवेरा
एलोवेरा को सबसे पौष्टिक आहार माना गया है। एलोवेरा में मिनरल्स, विटामिन्स की सबसे अधिक मात्रा पाई जाती है। प्रतिदिन सुबह एक छोटे प्याले के सेवन से शरीर में सारा दिन ताकत और स्फूर्ति बनी रहती है।
बवासीर जैसे कष्टदायी रोग में आराम, मधुमेह के रोगियों के लिए लाभदायक, जोड़ों के दर्द में लाभकारी है। जलने, कटने, अंदरूनी चोटों पर एंटी बैक्टेरिया और एंटी फंगल गुणों वाला एलोवेरा का लेप घाव को शीघ्र भरता है। प्राकृतिक रूप से मॉस्किटो रिपेलेंट जैसे गुणों के कारण यह मच्छर से भी त्वचा को सुरक्षित रखता है।
मेहंदी में एलोवेरा जेल या रस को मिला कर बालों में लगाने से बाल चमकदार व स्वस्थ बनते हैं। नारियल के तेल की थोड़ी सी मात्रा में रस को मिलाकर कोहनी, घुटने व एड़ियों पर कुछ देर लगा कर रखने के बाद धोने से इन जगहों का कालापन दूर होता है। गर्भावस्था के बाद महिलाओं के पेट पर आने वाले स्ट्रेच मार्क्स दूर करने में एलोवेरा बेहद लाभकारी है।


घरों के गमलों में भी उगाया जा सकता है
संजीवनी बूटी माने जाने वाले एलोवेरा पौधे को घर के गमलों में भी उगाया जा सकता है। क्योंकि यह पौधा कम पानी और कम उर्वरक मिट्टी में भी आसानी से उगने की शक्ति रखता है। एलोवेरा में बैक्टीरिया और फंगस से लड़ने की विशेष शक्ति है। जो सिर में पैदा होने वाले डैंड्रफ को दूर करता है।

इसे भी पढ़ें…सारा साल तंदरुस्त रहने का अजीब फार्मूला
आंखों की रोशनी को बनाता है बेहतर
मौजूदा समय में छोटी आयु में ही बच्चों के चश्मा लग रहा है। ऐसे में आंवला और जामुन के साथ एलोवेरा का उपयोग करने से ये आंखों की रोशनी भी बेहतर करता है।

 

प्रदीप शाही

LEAVE A REPLY