चंडीगढ़, 9 अप्रैल:
अन्य राज्यों से गेहूँ लाकर पंजाब राज्य की मंडियों में बेचने की कोशिश कर रही तीन फर्मों के विरुद्ध पंजाब सरकार द्वारा पर्चे दर्ज करवा दिए गए हैं। उक्त जानकारी देते हुए खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री भारत भूषण आशु ने बताया कि विभाग की टीम द्वारा बठिंडा की दाना मंडी में स्थित मैस: बाबू राम, अशोक कुमार और लक्षमी ऑयल मिल पर 8000 के करीब गेहूँ के बौरे पड़े हुए थे, जिस पर वहाँ मौजूद लेबर से पूछताछ की गई तो यह पता लगा कि यह गेहूँ उत्तर प्रदेश और राजस्थान से कम दाम पर खरीद कर लाई गई है और यहाँ एम.एस.पी. पर बेची जानी है। इसके अलावा इन दोनों फर्मों के गोदामों से 17000 गेहूँ के बौरे बरामद किए गए।
श्री आशु ने बताया कि इसके अलावा फिऱोज़पुर जि़ले की बुगा मंडी में स्थित कृष्ण ट्रेनिंग कंपनी के पास से भी 8000-9000 बौरे बरामद हुए हैं।
उन्होंने कहा कि इस पर तुरंत कार्यवाही करते हुए तीनों फर्मों के विरुद्ध पर्चे दर्ज करवा दिए गए हैं।
श्री आशु ने कहा कि राज्य में किसी भी व्यापारी और कर्मचारी द्वारा गेहूँ की खरीद में की गई हेरा-फेरी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पंजाब सरकार द्वारा नकली बिलिंग के मामलों को सख़्ती से निपटने के लिए ज़ीरो टोलरैंस की नीति अपनाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जि़ला कंट्रोलरों और जि़ला मंडी अफ़सरों को स्पष्ट हिदायतें दी गई हैं कि वह अन्य राज्यों से कम दाम पर गेहूँ खरीद कर राज्य में एमएसपी/अधिक दाम पर बेचने के लिए ला जा रहे ट्रक पर कड़ी नजऱ रखी जाए और तुरंत कारवाही की जाए। उन्होंने बताया कि इस मंतव्य के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया है, जो अचानक चैकिंग करेंगे और यदि कोई व्यक्ति अन्य राज्यों से कम दाम पर खरीद कर लाई गई गेहूँ को राज्य में लाई लाती है तो उसे उतरने न दिया जाए और अन्य राज्यों से आने वाली सडक़ों पर पुलिस के विशेष नाके स्थापित किए जाएंगे, जिससे अन्य राज्यों से कम दाम पर गेहूँ खरीद कर लाने वाले ट्रकों को रोका जा सके।
-NAV GILL