चंडीगढ़, 21 जुलाई:
पंजाब की सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अरुणा चौधरी ने आज बताया कि अनीमिया जैसी गंभीर समस्या से निपटने के लिए विभाग द्वारा ‘अनीमिया मुक्त पंजाब’ मुहिम की शुरूआत से अब तक राज्य की लगभग 2.6 लाख महिलाओं और 20,000 लड़कियों को जागरूक किया गया है। इसके अलावा तीन लाख से अधिक बच्चों और गर्भवती महिलाओं को लगातार पौष्टिक ख़ुराक मुहैया करवाई जा रही है।
यहाँ जारी बयान में श्रीमती चौधरी ने बताया कि राज्य सरकार ने 7 जुलाई को ‘अनीमिया मुक्त पंजाब’ मुहिम की शुरुआत की गई थी और तब से सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा कोविड सम्बन्धी सावधानियों का सख़्ती से पालन करते हुए आंगनवाड़ी वर्करों और हेल्परों के द्वारा गाँवों और आंगनवाड़ी केन्द्रों में अनीमिया के विरुद्ध जागरूकता गतिविधियां चलाईं जा रही हैं।
श्रीमती चौधरी ने कहा कि अनीमिया लोगों की सेहत के लिए एक चिंता का विषय है। राज्य में इस चुनौती से निपटने के लिए कई पहलकदमियां आरंभ कीं गई हैं। हर बुधवार को अनीमिया पर केंद्रित कम्युनिटी आधारित जागरूकता प्रोग्राम करवाया जा रहा है। इसके अलावा अनीमिया के बारे में जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का प्रयोग भी किया जा रहा है।
मंत्री ने बताया कि सप्लीमेंटरी न्यूट्रीशनल प्रोग्राम (एस.एन.पी.) के अंतर्गत पिछले महीने नयी पौष्टिक ख़ुराकें बाँटने की शुरुआत की गई जिसमें मूँग की दाल, बेसन, सोया आटा और सोया बड़ी शामिल हैं और यह पौष्टिक ख़ुराक मार्कफैड द्वारा तैयार की गई है। उन्होंने आगे बताया कि विभाग द्वारा आंगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से 0-6 साल के 8,08,01 बच्चों और 2,40,093 गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को सप्लीमेंटरी न्यूट्रीशनल प्रोग्राम (एस.एन.पी.) के अंतर्गत पौष्टिक ख़ुराक मुहैया करवाई जा रही है जिससे उनकी ख़ुराक की पौष्टिक गुणवत्ता बढ़ाई जा सके।
श्रीमती चौधरी ने विशेष तौर पर बताया कि एक और कदम उठाते हुए विभाग ने अनीमिया के विरुद्ध व्यापक मुहिम शुरू करने का फ़ैसला किया है ताकि ज़मीनी स्तर पर अनीमिया के कारण व्यावहारिक बदलाव के रुझान की अग्रिम जाँच के लिए रणनीति तैयार की जा सके, जो ख़ुराकी विभिन्नता के कारणों, लक्षणों तथा महत्व और आयरन भरपूर ख़ुराक और पौष्टिक तत्वों जैसे कि आयरन फोलिक एसिड (आई.एफ.ए.) के प्रयोग पर ज़ोर देगी।
-Nav Gill