-भारतीय रसोई में छिपा है मसालों का खजाना
भारतीय रसोई एक ऐसा खजाना अनमोल खजाना छिपा है। इस खजाने का उपयोग आयुर्वेद भी करता है। यदि इस खजाने का यानिकि इन मसालों का उपयोग कर सही ढंग से करना शुरु कर दें, तो हम अपने स्वास्थ को ठीक रख सकते हैं। साथ बीमारियों का समाधान सब्जियों, फल, मसालों के उपयोग से कम किया जा सकता है। अदरक एक एसा राम वाण है, जिसके निरंतर उपयोग से हम खांसी, त्वचा रोग, भूख न लगने, कैंसर, एसिडिटी, उल्टी, सर्दी, जुकाम, दर्द, कैलस्ट्रोल जैसे रोगों का निदान कर सकते हैं। अदरक को हम ताजा और सूखा दोनों प्रकार से प्रयोग कर सकते है। अदरक खाने से जहां मुंह के हानिकारक बैक्टीरिया पूरी तरह से नष्ट हो जाते हैं। वहीं इससे इंसान के पाचन तंत्र को भी मजबूती मिलती है। आईए आज आपको अदरक के गुणों से अवगत करवाएं। ताकि घर बैठे ही किया जा सके विभिन्न रोगों का उपचार।
फाइव एलिमेंट हेल्थ एंड सोसायटी के डॉ. जोगिंदर टाइगर का कहना है कि अदरक में आयरन, कैल्शियम, आयोडीन, क्लोरीन व विटामिन सहित कई पोषक तत्व होते हैं। अदरक एक एंटीवायरल भी है। इसके निरंतर प्रयोग से पेट में दर्द, सर्दी-जुकाम, उल्टी, खांसी, अपच, दिल सम्बंधित बीमारियां नहीं होतीं। यह कोलेस्ट्रोल को कंट्रोल कर रक्त-संचार को दुरुस्त करता है।
खांसी में शहद संग अदरक का प्रयोग लाभदायक
खांसी में अदरक बहुत ही फायदेमंद होता है। अदरक को कद्दूकस कर उसका रस निकाल कर गर्म कर बराबर मात्रा में शहद के साथ दिन में दो-तीन बार लेने से खांसी को कम किया जा सकता है। साथ ही गले की खराश भी समाप्त हो जाती है। इसके सेवन से दो- तीन दिन बाद खांसी ख़त्म हो जाती है।
अदरक से आता है त्वचा पर ग्लो
सुबह-सुबह खाली पेट एक गिलास गुनगुने पानी के साथ अदरक का टुकडा खाने से त्वचा आकर्षित और चमकदार होती है। त्वचा में निखार आने लगता है।
भूख को बढ़ाने में करता है मदद
अदरक को बारीक काटकर, थोडा सा नमक लगाकर दिन में एक बार तथा लगातार आठ दिन तक नियमित सेवन करने से भूख न लगने की समस्या से भी निजात मिल जाती है | इससे पेट भी साफ होगा और ज्यादा भूख लगेगी।
कैंसर होने के खतरे पर लगाता है रोक
अदरक कोलेस्ट्राल का स्तर कम करता है | खून का थक्का जमने से रोकने, एंटी फंगल होने के गुण भी पाए जाते हैं। इसके निमियत प्रयोग से कैंसर का खतरा भी कम हो जाता है |
एसिडिटी को रोकता है अदरक
अदरक को अजवाइन और नींबू के रस के साथ थोडा सा नमक मिलाकर खाने से पेट का दर्द ठीक होता है। खट्टे-मीठे डकार आना बंद हो जाते है | पेट और कब्ज की समस्या के लिए अदरक बहुत ही फायदेमंद साबित हुआ है। सब्जियों में इसके प्रयोग करने से एसिडिटी नहीं होती है |
उल्टी होने पर पिएं अदरक रस
बार-बार उल्टी आने पर अदरक को प्याज के रस के साथ दो चम्मच मिलाकर पिलाएं। इससे उल्टी आना बंद हो जाती है।
सर्दी लगने, जुकाम होने पर करें अदरक की चाय का सेवन
सर्दी होने पर अदरक की चाय पीने से फायदा होता है। इसके अलावा अदरक के रस को शहद में मिलाकर गर्म करके पीने से फायदा होता है। सर्दी और जुकाम में अदरक बहुत फायदेमंद है।
कोलेस्ट्राल को करता हैं कंट्रोल
अदरक हमारे कोलेस्ट्रोल को भी कंट्रोल करता है, इससे ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है। इसके इस्तेमाल से खून में क्लाट नहीं बनते हैं। इसमें एंटी फंगल और कैंसर प्रतिरोधी होने के भी गुण पाए जाते हैं।
दर्द मिटाने के हैं प्राकृतिक गुण
अदरक में दर्द मिटाने के प्राकृतिक गुण पाए जाते हैं। यह बिना किसी दुष्प्रभाव के दर्दनिवारक दवा की तरह काम करता है। ताजे अदरक को पीसकर इसमें थोडा सा कपूर मिला कर लेप तैयार कर अगर सूजन और दर्द वाले अंगों पर लगाया जाए। तो जल्द ही दर्द और सूजन कम हो जाती है।
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अदरक है एक अनमोल गुणकारी दवा
अदरक को दवा के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। अदरक का सेवन करने से गठिया, अर्थराइटिस, साइटिका, गर्दन और रीढ की हड्डियों के रोग (सर्वाइकल स्पांसडिलाइटिस) आदि भी दूर होते है। अदरक महिलाओं में मासिक धर्म की अनियमितता को दूर करने में भी मददगार होता है। अदरक का रस और पानी बराबर मात्रा में पीने से दिल सम्बंधित बीमारियां नहीं होतीं।
नोटः अदरक की तासीर गर्म होती है। गर्मी के मौसम में अदरक का सेवन कम या नहीं करना चाहिए। आवश्यकता हो तो कम से कम मात्रा में प्रयोग करना चाहिए।
-वंदना