बवासीर से राहत पाने का अचूक उपाय…घर बैठे आजमाएं यह आसान तरीका

आज की भागदौड़ भरी जिन्दगी ने इंसान का अमन चैन छीन लिया है। इंसान का सुख चैन कहीं खो गया है। सुख व चैन इस कदर खो चुका है कि इंसान आराम से बैठ कर दो वक्त की रोटी भी नहीं खा सकता । इस लिए इंसान को बाहर के खाने पर निर्भर होना पड़ता है। बाहर का मसालेदार भोजन व खासकर जंक फूड लगातार खाना मानव शरीर के लिए बेहद हानिकारक है। इस प्रकार के खाने से मानव कई तरह के रोगों का शिकार हो रहा है। इन रोगों में बवासीर यानि पाइल्स का रोग आम हो गया है। इस रोग के होने का मुख्य कारण बाहर का खाना व जंक फूड और हमारी जीवन शैली में आ रहा परिवर्तन ही है। हालांकि चिकित्सा के क्षेत्र में बवासीर के इलाज के लिए कई प्रकार की दवाईयां उपलब्ध हैं और इसका इलाज आपरेशन द्वारा भी किया जाता है। लेकिन उपचार के बाद भी बवासीर होने की संभावना बनी रहती है। आज हम आपको बवासीर से निजात पाने के कुछ घरेलु उपाय बताएंगे।

क्या है बवासीर का रोग

बवासीर को अंग्रेजी में पाइल्स और हरमोरहोइज्स भी कहते हैं। इस रोग में गुदा द्वार में मस्से निकल आते हैं। मलत्याग के समय इन मस्सों में दर्द होता है व खून भी निकलता है। बवासीर अंदरूनी व बाहरी दो प्रकार की होती है।

इसे भी पढ़ें…गर्मी को मात देंगे…यह घरेलु उपाय

बवासीर होने के कारण

ज्यादा तला या मसालेदार खाना भी बवासीर का कारण बन सकता है।

कम पानी पीने व लगातार कब्ज की समस्या रहने से भी यह रोग हो सकता है।

खान-पान व कसरत न करने के कारण भी इस रोग के होने की संभावना बढ़ जाती है।

ओवरवेट होने के कारण या प्रसव के दौरान भी बवासीर होने का खतरा बढ़ जाता है।

बवासीर से बचने के लिए ऐसे बनाएं डाइट चार्ट

बवासीर से बचने के लिए हरी सब्जियों का सेवन अधिक करें। आप कोई भी मौसमी सब्जी खा सकते हैं। साथ ही केला, पपीता , अंगूर, सेब व अमरूद आदि फल भी ज्यादा मात्रा में खाएं। क्योंकि हरी सब्जियों व फलों में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है।

इसे भी पढ़ें…फ्रिज के पानी से करें परहेज़…ऐसे करें पानी को ठंडा

बवासीर से राहत पाने के उपाय

ज्यादा से ज्यादा सलाद खाएं

बवासीर का रोग होने का मुख्य कारण कब्ज है। रेशेदार चीजें खाकर बवासीर से बचा जा सकता है। इस लिए अपने भोजन में सलाद को जरूर शामिल करें। फल  व सब्जियों में पाए जाने वाले रेशे मल को नर्म करते हैं जिससे मल त्याग में परेशानी नहीं होती और पाचन क्रिया भी ठीक रहती है।

इस रोग में मूली है विशेष लाभकारी

बवासीर के रोगियों को मूली खाने की सलाह दी जाती है। मूली में वाष्पशील तेल होता है जो दर्द व सूजन से राहत देता है। इसके साथ ही मूली ठंडक भी प्रदान करती है जिससे गुदा की जलन दूर होती है।

कैसे करें मूली का उपयोग

मूली को सलाद के रूप में भी खाया जा सकता है और आप इसका रस निकालकर पी भी सकते हैं। इसके लिए मूली का ताजा रस निकाल कर इसमें चुटकी भर नमक मिलाकर दिन में दो बार पीने से फायदा होता है। इसके अलावा मूली को पीस कर उसका पेस्ट बनाकर थोड़ा सा दूध मिलाकर प्रभावित स्थान पर लगाने से दर्द व सूजन में आराम मिलता है।

इसे भी पढ़ें…लंबी उम्र भोगनी है… तो भूलकर भी न करें यह काम

इन चीजों के सेवन से बचें

बवासीर होने पर जंक फूड व फास्ट फूड और मैदे की बनी वस्तुओं से परहेज़ करें। चावल भी कम खाएं। सब्जियों में भिंडी, अरबी व बैंगन न खाएं। राजमा, छोले, उड़द की दाल का सेवन न करें। बवासीर के रोगियों को अंडा, मांस व मछली के अलावा शराब, सिगरेट व तंबाकू के सेवन से भी बचना चाहिए।

इसके अलावा ज्यादा टाइट अंडर गार्मेंटस पहनने से बचें। मल त्याग के दौरान ज्यादा जोर न लगाएं । कोशिश करें कि मल त्याग में कम से कम समय लगे। इसके लिए इंडियन सटाइल टायलेट सीट का प्रयोग करें क्योंकि इस पर बैठने से पेट आसानी से साफ हो जाता है। अगर रोग ज्यादा बढ़ चुका है तो डाक्टर की सलाह जरूर लें।

सपना (डा.)

LEAVE A REPLY