जेलों में कोविड के नियमों का पालन करते हुए मनाया गया रक्षाबंधन का त्यौहार

जेल विभाग की नई पहल स्वरूप आज रक्षाबंधन के त्यौहार को मनाने के लिए कोविड-19 के चलते कैदियों और उनके पारिवारिक सदस्यों के बीच स्नेह की तारों के सुमेल को यकीनी बनाते हुए इस महामारी के कारण बनाए गए नियमों का पूर्ण रूप से पालन किया गया।

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कोरोना के कारण चाहे राखी के त्योहार सम्बन्धी दिशा-निर्देशों के चलते कैदियों और उनके पारिवारिक सदस्यों को आमने-सामने मिलने की इजाजत नहीं थी परन्तु विभाग की पहल स्वरूप समस्त जेलों में बंद कैदियों को उनके पारिवारिक सदस्यों द्वारा भेजी गई राखीयों के पैकेट तुरंत पहुँचाए गए और यह त्योहार सभ्यक ढंग से मनाया गया।
जेल मंत्री स. सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने विभाग के इस पहल की सफलता पर समस्त जेल प्रशासन को मुबारकबाद दी जिनके कारण कोविड बन्दिशों के बावजूद कैदी और उनके पारिवारिक सदस्य इस त्योहार को मना पाए। इसके साथ ही कोविड के दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन भी किया गया।

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ए.डी.जी.पी. श्री परवीन कुमार सिन्हा ने आगे बताया कि जेल सुपरिडैंटों को पहले ही जारी किये दिशा-निर्देशों के अनुसार पंजाब की सभी जेलों के बाहरी फाटकों पर राखीयां प्रातःकाल 8.30 बजे से ही प्राप्त करनी शुरू कर दी गईं। फाटकों के बाहर कैदियों के पारिवारिक सदस्यों के लिए बैठने और पेयजल के साथ-साथ सैनेटाईजर का भी प्रबंध था।
उन्होंने आगे बताया कि मास्क पहनने को यकीनी बनाने और सामाजिक दूरी का भी ख्याल रखा गया। राखी के पैकेटों को सैनेटाईज और चैकिंग के बाद पैक करके अंदर कैदियों के पास तुरंत भेजा गया। जेल विभाग द्वारा अपने स्तर पर पैकेट लिफाफों के अलावा मुँह मीठा करवाने के लिए मिश्री का भी प्रबंध किया गया क्योंकि मिठाई लाने पर पाबंदी लगाई हुई थी।

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