अगर आपको भी होती है सांस लेने में परेशानी तो…

धर्मेन्द्र संधू

बदलता मौसम अपने साथ कई तरह की परेशानियां भी लेकर आता है। उन लोगों के लिए विशेष तौर से जो अस्थमा या एलर्जी की समस्या से पीड़ित हैं। बदलती जीवन शैली भी अस्थमा जैसे रोगों को बढ़ाती है। साथ ही प्रदूषण के कारण भी अस्थमा के मरीज बढ़ रहे हैं।

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क्या है अस्थमा ?

अस्थमा एक प्रकार की सांस की बीमारी है। अस्थमा होने पर सांस लेने वाली नली में सूजन जाती है जिससे रोगी की किसी प्रकार की एलर्जी होने पर या भारी कामकाज से सांस फूलने लगती है और फेफड़ों तक ऑक्सीजन कम पहुंचती है। अस्थमा दो प्रकार का होता है-स्पेसिफिक और नॉनस्पेसिफिक। सांस फूलने की समस्या जब किसी प्रकार एलर्जी के कारण होती है तो इसे स्पेसिफिक अस्थमा कहा जाता है और जब यह समस्या मौसम में बदलाव या अन्य कारणों से होती है तो इसे नॉनस्पेसिफिक अस्थमा कहते हैं।

अस्थमा के कारण

अस्थमा के कई कारण हो सकते हैं जैसे आंतों और फेफड़ों में कमजोरी, लंबे समय तक सर्दी जुकाम या फिर नजला रहना, धूल-मिट्टी, प्रदूषण, खानपान की गलत आदतें, खून में किसी तरह का कोई दोष, अनुवांशिकता, नशीले पदार्थों का सेवन, धूम्रपान, ज्यादा दवाईयों के कारण कफ सूखने से भी इस समस्या का जन्म हो सकता है। यहां तक कि पालतू जानवर भी इस रोग का कारण बन सकते हैं।

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अस्थमा के लक्षण

अस्थमा के प्रमुख लक्षण सांस फूलना और सांस लेने में तकलीफ होना हैं। इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति जल्दी थकान महसूस करने लगता है और ज्यादा जोर से सांस लेने पर सीटी जैसी हल्की आवाज सुनाई देती है।

अस्थमा के घरेलू उपचार

गर्म पानी

अस्थमा के रोगी को गर्मियों में भी ठंडे पानी से परहेज करना चाहिए और जहां तक हो सके गर्म या गुनगुने पानी का उपयोग करना चाहिए।

तुलसी के पत्ते

पानी में तुलसी के पत्ते डालकर पीस लें और फिर इसमें 2 चम्मच शहद मिलाएं और खाएं। इससे सांस लेने वाली नली साफ होती है और व्यक्ति आराम से सांस ले सकता है।

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कपूर और सरसों के तेल की मालिश

थोड़ा सा कपूर और सरसों का तेल डालकर गर्म कर लें। ठंडा होने पर इससे छाती की मालिश करें। नियमित रूप से इस तेल की मालिश से रोगी को आराम मिलता है।

मेथी का काढ़ा

एक कप मेथी का बना काढ़ा, थोड़ा सा शहद और एक चम्मच अदरक का रस मिला लें। इसे पीने से आराम मिलेगा किंतु यह काढ़ा बहुत गर्म तासीर का होता है। अपने शरीर के हिसाब से ही इस मिश्रण का सेवन करें।

इसके अलावा अस्थमा में इलायची आदि का सेवन भी फायदेमंद है। गर्म कॉफी भी सांस लेने की दिक्कत से कुछ आराम देती है। अगर अस्थमा की वजह किसी प्रकार की एलर्जी हो तो रात को गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी मिलाकर पीएं, इससे अस्थमा की समस्या में काफी हद तक आराम मिलता है।

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अस्थमा की समस्या में आहार

अस्थमा के व्यक्ति को अपने आहार का विशेष ध्यान रखना चाहिए। हल्का जल्दी पचने वाला आहार लेना चाहिए क्योंकि खाना एक रासायनिक प्रक्रिया द्वारा पचता है, जिसके लिए ऑक्सीजन की अधिक जरूरत होती है। अगर पाचन क्रिया में ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में ना मिले तो शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा नहीं मिल सकेगी। इसलिए अपने आहार में लहसुन, लौकी, मेथी, अदरक इस्तेमाल करें। हो सके तो गुनगुने पानी का सेवन करें। खजूर और मुनक्का भी खा सकते हैं।

अस्थमा के रोगी रखें इन बातों का ध्यान

अस्थमा के रोगी को कभी भी अटैक सकता है जोकि जानलेवा हो सकता है। मुंह से सांस लेने की बजाय नाक से सांस लेने की कोशिश करें। अपना इनहेलर पंप हमेशा पास रखें। परफ्यूम इत्र का प्रयोग करने से बचें। धूम्रपान का सेवन भूलकर भी ना करें। इस बात का भी ध्यान रखें कि जो काई धूम्रपान करता है, उसके पास भी जाएं। अचार और मिर्च-मसाले के ज्यादा सेवन से बचें। बदलते मौसम और धूल-मिट्टी से खुद को बचा कर रखें। इस बात का ध्यान जरूर रखें कि अस्थमा कोई लाइलाज बीमारी नहीं है। सही समय पर इसकी जांच करवाई जाए तो इसका इलाज भी हो सकता है।

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