21वीं सदी एशिया की है – सुरेश कुमार

चंडीगढ़, 30 नवंबर:
पंजाब के मुख्यमंत्री के मुख्य प्रमुख सचिव सुरेश कुमार ने 30 नवंबर, 2020 को वीडियो काँफ्रेसिंग के द्वारा हुई ‘प्रीमियर होरासिस एशिया मीटिंग 2020’ में पंजाब सरकार की प्रतिनिधित्व करते हुये कहा कि 21वीं सदी के दौरान एशिया का बोलबाला है और हम आर्थिक विकास और जिंदगी के कई अन्य पहलूयों में विश्व का नेतृत्व कर सकते हैं।
काबिलेगौर है कि होरासिस एक अंतरराष्ट्रीय संस्था है जो स्थायी और बढिय़ा भविष्य के लिए उद्देश्यों को व्यावहारिक रूप देने के लिए वचनबद्ध है। ‘होरासिस एशिया मीटिंग 2020’ एशिया के प्रसिद्ध कारोबारियों और सरकारी क्षेत्र से सम्बन्धित अधिकारियों का एक ऐसा समूह है जिसका उद्देश्य मौजूदा संकट से निपटने और एशिया के कोविड के बाद के भविष्य के लिए एक टिकाऊ आर्थिक प्रणाली तैयार करने के लिए साझे तौर पर हल विकसित करना है। इस समारोह में एशिया के लगभग 400 चोटी के कारोबारियों और राजनैतिक नेताओं ने शिरकत की।

इसे देखने के बाद बदल जाएगी आपकी जीवन शैली,बदलेगा नज़रिया || P K Khurana ||

 ‘एशिया – अनेकता में एकता’ सैशन के दौरान संबोधन करते हुये सुरेश कुमार ने एशिया में प्रशासन और आजीविका के विभिन्न तरीकों संबंधी बात किया। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में एशिया विश्व की अर्थव्यवस्था पर हावी होगा।
कोविड -19 सम्बन्धी बोलते हुये उन्होंने कहा कि महामारी ने हमारी आर्थिकता के सभी क्षेत्रों और हमारे जीवन के सभी पहलूओं को प्रभावित किया है और यह बहुत संतोषजनक बात है कि एशिया महामारी को रोकने और इसके मुकाबले में कामयाब रहा है। उन्होंने कहा कि हमें सभी के जीवन और गरीबों की रोजी-रोटी की रक्षा करनी चाहिए। इसके इलावा यह भी विचारा जाये कि एशिया के विभिन्न देश मानवीय शक्ति, प्रौद्यौगिकी और मार्केट में सहयोग कैसे स्थापित करें जिससे कोविड-19 के बाद समूची मानवता को फिर रास्ते पर लाने को यकीनी बनाया जा सके।
पैनलिस्टों के साथ सहमति प्रकटाते हुये सुरेश कुमार ने जोर देकर कहा कि एशिया के विभिन्न देशों के बीच बातचीत, सहयोग और हिस्सेदार कार्यवाही इस क्षेत्र में टिकाऊ सामाजिक-आर्थिक विकास का केंद्र है।
उन्होंने विस्तार से जानकारी देते हुये बताया कि कैसे राज्य की अनेकों विशेषताएं जैसे कि शांतमयी लेबर सम्बन्ध, मजबूत कानून व्यवस्था, विविधता, खुली और पारदर्शी प्रणाली और मेहनती पंजाबी कामगार ने विभिन्न अर्थव्यवस्था और संस्कृति वाले उद्योगों को पंजाब में पहल के आधार पर अपने उद्योग स्थापित करने के लिए एक पसंदीदा जगह के तौर पर उभरने में सहायता की है। उन्होंने पंजाब में व्यापार के अधिकार सम्बन्धी कानून पर भी रौशनी डाली जोकि हाल ही में राज्य सरकार की तरफ से राज्य में सूक्ष्म, छोटी और मध्यम स्तर की औद्योगिक इकाईयों को उत्साहित करने के लिए लाया गया है।
सैशन संचालक वैंकी वेंबू की तरफ से पूछे गए एक सवाल के जवाब में सुरेश कुमार ने कहा कि पंजाब और भारत, सांस्कृतिक और धार्मिक विभिन्नता के द्वारा बनी बहुसंस्कृतिवाद में विस्वास रखते हैं जहां स्थानीय और उस इलाके की आकांक्षाओं को भी पहल दी जाती है। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूटीओ की तरफ से सुझाए अनुसार व्यापार और पर्यटन को उत्साहित करने के लिए एकीकृत मॉडल लाया जा सकता है परन्तु विभिन्न देशों में स्थानीय स्तर पर सांस्कृतिक और आर्थिक मॉडलों में विभिन्नता होनी भी जरूरी है।
उन्होंने एशिया के कारोबारियों को पंजाब का दौरा करने और राज्य में उद्योग स्थापित करने के मकसद से आलोचना करने का न्योता दिया।
 पैनल के एक अन्य मैंबर वियतनाम के विदेश मामलों के उप-मंत्री गुईन मिन वू ने जोर देकर कहा कि एशिया पर कोविड -19 के प्रभाव को मिलजुल कर कम किया जा सकता है।
  मीटिंग के दौरान राज्य सरकार के अन्य अधिकारियों में निवेश पंजाब के सीईओ रजत अग्रवाल, जतिन्दर जोरवाल एसीईओ निवेश पंजाब और अवनीत कौर जेसीईओ शामिल थे।
इस सैशन में फिलीपींस की कोर्स और निर्देश की सहायक सचिव अलमा रूबी सी. टोरीयो, थाईलैंड के वाणिज्य मंत्रालय के उप-मंत्री डा. सनसेरन समालप्पा भी शामिल थे। इस सैशन की अध्यक्षता द हिंदु बिजनस लाईन, इंडिया के एसोसिएट एडीटर वैंकी वेंबू की तरफ से की गई।
-NAV GILL

LEAVE A REPLY