20 मार्च आधी रात से सभी सार्वजनिक परिवहन के संचालन पर लगाई पाबंदी

-पंजाब सरकार ने कोविड-19 के फैलाव को रोकने हेतु उठाए कड़े कदम
– टैक्सी और साईकिल रिक्शों पर लागू नहीं होगा यह प्रतिबंध
– 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड की परीक्षाएं 31 मार्च तक स्थगित
– विवाह समारोहों और अंतिम संस्कार के दौरान मौजूद व्यक्तियों की संख्या 20 तक की सीमित
– होटलों, रेस्तराओं और ढाबों में खाने-पीने पर पाबंदी, बैंक्व्ट हॉल्स में कॉन्फ्रेंस, सेमिनार और अन्य समारोहों पर भी लगी रोक
– होटलों, रेस्तराओं और ढाबों को टेक अवे सर्विस या भोजन घर पहुंचाने की अनुमति
– विदेश यात्रा करने वाले लोगों को घर में अलग रखना किया अनिवार्य
– अस्पतालों में आईसोलेशन वार्डों की संख्या बढ़ाई जाएगी
चंडीगढ़, 19 मार्च: मंत्री समूह ने देश में अपने पंख फैला रहे कोविड-19 को गंभीरता से लेते हुए आज लोगों को बिना किसी आपात स्थिति के अपने घरों से बाहर निकलने से रोकने के लिए कठोर कार्रवाई करने का फैसला किया है। स्थानीय निकाय मंत्री श्री ब्रह्म मोहिंद्रा की अध्यक्षता में हुई मंत्री समूह की आज की बैठक में राज्य में 20 मार्च आधी रात से सभी सार्वजनिक परिवहन (सरकारी एवं निजी बसों) के संचालन पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया है। इसी तरह 10वीं और 12वीं कक्षा की सभी बोर्ड की परीक्षाओं को भी 31 मार्च तक स्थगित कर दिया गया है। सरकारी कार्यालयों में सभी प्रकार की ‘पब्लिक डीलंग्स’ तत्काल प्रभाव से बंद कर दी गई है।
इस संबंधी जानकारी देते हुए श्री ब्रह्म मोहिंद्रा ने कहा कि राज्य में संदिग्ध मामलों के बढऩे के मद्देनजर वर्तमान स्थिति की समीक्षा करने के लिए मंत्री समूह ने आज अपनी बैठक की। उन्होंने कहा कि मंत्री समूह ने एकमत होकर फैसला किया है कि यह ठोस और बड़े कदम उठाने का समय है और लोगों के लिए केवल सलाह जारी करने का समय बीत चुका है। मंत्री समूह ने निर्णय लिया कि लोगों को बिना किसी आपात स्थिति के अपने घरों से बाहर निकलने से रोकने की तत्काल आवश्यकता है। इसके लिए मंत्री समूह ने 20 मार्च की आधी रात से सभी सार्वजनिक परिवहन (सरकारी एवं निजी बसों) के संचालन को रोकने का फैसला किया है, लेकिन टैक्सी और साईकिल रिक्शों को इस प्रतिबंध से मुक्त रखा गया है।
मंत्री समूह द्वारा एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया जिसमें विभिन्न सार्वजनिक, निजी अस्पतालों और चिकित्सा संस्थानों में स्थापित आईसोलेशन वार्डों की संख्या को बढ़ाना और मेडिकल व पैरा मेडिकल स्टाफ की उपलब्धता तथा दवाओं के पर्याप्त स्टॉक को सुनिश्चित करके सेवाओं को मजबूत करना शामिल है। इसी तरह अस्पतालों में नियमित ओपीडी सेवाएं भी स्थगित कर दी गई हैं, लेकिन सभी अस्पतालों और पीएचसी में आपातकालीन सेवाओं को 24&7 जारी रखा जाएगा। मंत्री समूह ने 31 मार्च तक सभी डेंटल कॉलेजों और अस्पतालों को तत्काल प्रभाव से बंद करने का भी फैसला किया है। मेडिकल कॉलेजों में पहले और दूसरे वर्ष के छात्रों की कक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं, जबकि तीसरे और चौथे वर्ष की कक्षाओं को जारी रखा जाएगा।
इसी तरह नर्सिंग कॉलेजों में पहले वर्ष के छात्रों की कक्षाएं 31 मार्च तक बंद कर दी गई हैं, लेकिन दूसरे वर्ष से नर्सिंग छात्रों की कक्षाएं जारी रहेंगी। किसी भी संभावी स्थिति में मेडिकल कॉलेजों के तीसरे और चौथे वर्ष के छात्रों को कोविड-19 रोगियों की देखभाल के लिए प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं। मंत्री ने कहा कि मंत्री समूह ने विवाह और अंतिम संस्कार जैसे किसी भी समारोह के लिए लोगों की संख्या को 20 तक सीमित करने का भी निर्णय लिया है। एसे समारोहों के आयोजकों को हैंड वॉशिंग प्रोटोकॉल और उचित सफाई का पालन करने की सलाह दी गई है।
सीबीएससी द्वारा जारी अधिसूचना के बाद मंत्री समूह ने 31 मार्च तक 10वीं और 12वीं की सभी बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित करने का निर्णय लिया है।
मंत्री समूह ने सभी प्रवासी भारतीयों और यात्रियों जो पिछले 15 दिनों में किसी भी देश से आए हैं, के लिए होम क्वारेंटाइन प्रोटोकॉल को सख्ती से लागू करने का फैसला किया है जिसके तहत उन्हें अपने घर पर ही 14 दिनों तक अलग-थलग रहने के लिए कहा गया है। एसे सभी एनआरआई और यात्रियों की अमिट स्याही के साथ अनिवार्य रूप से मुहर लगाने का भी निर्णय लिया गया है ताकि उनके घर से बाहर जाने की स्थिति में उनकी पहचान की जा सके। मंत्री समूह ने राज्य के सभी नागरिकों से अपील की है कि वह दूसरे देशों से आए किसी भी एनआरआई और यात्रियों के आने-जाने पर नज़र रखें और लोगों की सुरक्षा के लिए उन्हें निगरानी में रखने हेतु आथॉरिटी को तुरंत सूचित करें।
सभी उपायुक्तों, एसएसपीज़, सीएमओज़, एसएमओज़ को स्टेशन न छोडऩे के लिए निर्देश दिए गए हैं।
श्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, श्री बलबीर सिंह सिद्धू, श्री विजय इंदर सिंगला और श्री भारत भूषण आशु सभी केबिनेट मंत्री सहित श्री करण अवतार सिंह, मुख्य सचिव, श्री संजय कुमार, अतिरिक्त मुख्य सचिव स्थानीय निकाय, श्री तेजवीर सिंह, मुख्य सचिव मुख्यमंत्री पंजाब, श्री अनुराग अग्रवाल, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, श्री के. सिवा प्रसाद, प्रमुख सचिव परिवहन, श्री डी.के. तिवारी, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान, श्री कृष्ण कुमार, सचिव स्कूल शिक्षा, श्री मनवेश सिंह सिद्धू, एमडी पीएचएससी, श्रीमती अनिंदिता मित्रा, निदेशक, सूचना एवं लोकसंपर्क, श्री कुमार राहुल, सचिव स्वास्थ्य, श्री भूपिंदर सिंह निदेशक स्थानीय निकाय विभाग और डॉ. अवनीत कौर निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उपस्थित थे।

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