स्वच्छ पेयजल की स्पलाई के लिए नहरों /नदियों से पानी लेने वाले स्थानों पर लगाए जाएंगे आनलाइन वाटर टेस्टिंग मीटर – रजि़या सुल्ताना

-कांग्रेस सरकार सुरक्षित पेयजल मुहैया करवाने के लिए अपनी वैधानिक या नैतिक जिम्मेदारियों से नहीं हटेगी पीछे

-एक सप्ताह में 210 जूनियर इंजीनियरों के पद भरने के लिए दिया जायेगा विज्ञापन

-मंत्री द्वारा लिया गया चल रही विकास स्कीमों और प्रोजेक्टों का जायज़ा

चंडीगढ़,: ‘‘नहरों और नदियों से पीने वाले पानी की स्पलाई लेने वाले स्थानों पर जल्द आनलाइन वाटर क्वालिटी टेस्टिंग मीटर लगाए जाएंगे जिससे राज्य के निवासियों को पीने के लिए साफ़ पेयजल मुहैया करवाया जा सके।’’ यह खुलासा आज जल सप्लाई और सेनिटेशन मंत्री, रजि़या सुल्ताना ने विभाग की एक उच्च स्तरीय मीटिंग के दौरान किया। इस पूरी प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य पानी में से सभी ख़तरनाक या ज़हरीले भारी तत्व ख़त्म करके स्वच्छ पेयजल की स्पलाई को यकीनी बनाया जा सके।

यह जानकारी देते हुए श्रीमती रजिया सुल्ताना ने एक प्रैस बयान द्वारा बताया कि राज्य के लोगों को साफ़ और सुरक्षित पीने योग्य पानी मुहैया करवाना हमारी वैधानिक और नैतिक जि़म्मेदारी है और इससे हम कभी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में पानी के स्त्रोतों के दूषित होने के कई मामले सामने आए हैं और सरकार इनको गंभीरता के साथ ले रही है। उन्होंने कहा कि पाँच नदियों की धरती अब कई बुरे कारणों से मुख्य समाचारों में है और पानी के स्त्रोतों के निरंतर दूषित होने से पानी का स्तर भी घटता जा रहा है। उन्होंने बताया कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह की योग्य नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार अपनी नैतिक जिम्मेदारियों से भली -भाँति परिचित है और जिस कारण नदियों /नहरों के पानी लेने वाले स्थानों पर आनलाइन वाटर क्वालिटी टेस्टिंग मीटर लगाने का सैद्धांतिक फ़ैसला लिया है।

मंत्री ने विभाग के प्रमुख सचिव श्रीमती जसप्रीत तलवार को जल्द सभी नदियों और नहरों और सभी वे निकास स्थान जहाँ से पीने के लिए पानी लिया जाता है, की मैपिंग करने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि जैसे ही मैपिंग की प्रक्रिया पूरी होती है, हमें पता चल जायेगा कि कौन-कौन सी जगह पर मीटर लगाने की ज़रूरत है।

मीटिंग के दौरान प्रमुख सचिव श्रीमती जसप्रीत तलवार ने मंत्री को जानकारी देते हुए बताया कि एस.ए.एस. नगर और पटियाला की दो वाटर टेस्टिंग लैबोरेट्रियों को नेशनल बोर्ड आफ ऐक्रीडेशन आफ लैब्ज़ ( एन.ए.बी.एल.) की तरफ से मान्यता मिल चुकी है और आधुनिक सहूलतों और भारे तत्व, दूषित कणों की जांच करने वाली एक लैबोरेटरी अमृतसर में बनाई जा रही है। मंत्री ने आगे बताया कि पानी की जांच प्रक्रिया को और आसान और सरल करने के लिए राज्य की तीन और लैबोरेट्रियों का नवीनीकरन किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि ऐसा करने से पंजाब के पास 6 हाईटैकआधुनिक लैबोरेट्रियां हो जाएंगी, जहाँ पानी की जांच बढिय़ा तरीके से की जा सकेगी।

इस मौके पर और जानकारी देते हुए श्रीमती सुल्ताना ने बताया कि विभाग की तरफ से 210 जूनियर इंजीनियरों के पद भरे जाएंगे और यह भर्ती प्रक्रिया थापर यूनिवर्सिटी की तरफ से की जायेगी। इस भर्ती संबंधी विज्ञापन आने वाले हफ्ते जारी हो जायेगा।

इस मीटिंग के दौरान अन्यों के अलावा श्री अश्वनी कुमार, विशेष सचिव -कम -एच.ओ.डी., मुहम्मद इशफा$क, अतिरिक्त सचिव, श्री रजिन्दर सिंह, चीफ़ इंजीनियर (केंद्रीय), श्री गुरप्रीत सिंह, चीफ़ इंजीनियर (दक्षिणी), श्री एस.के.जैन, चीफ़ इंजीनियर (उत्तरी) और श्रीमती वीनाक्षी शर्मा, एस.ई. वाटर क्वालिटी भी शामिल थे।

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