सरकारों को ख़ूब भा रहीं, धन बरसातीं मधुशाला

कोई मांग रहा था देशी,
और कोई फॉरेन वाला।
वीर अनेकों टूट पड़े थे,
खुल चुकी थी मधुशाला।

अभी पता करें क्या होगा आपके बच्चे का भविष्य फिंगरप्रिंट से पूरी तरह साइंटिफिक || Anand Sharma ||

शासन का आदेश हुआ था,
गदगद था ठेके वाला।
पहला ग्राहक देव रूप था,
अर्पित किया उसे माला।

अब नहीं रहेगा कमर दर्द, ना दुखेंगी एड़ियां, हर उम्र का इलाज || Dr Joginder Tyger ||

भक्तों की लंबी थी कतारें,
भेद मिटा गोरा काला।
हिन्दू मुस्लिम साथ खड़े थे,
मेल कराती मधुशाला।

इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए होम्योपैथिक दवाइयां नहीं होगा कोई नुकसान || Dr. HK Kharbanda ||

चालीस दिन की प्यास तेज थी,
देशी पर भी था ताला।
पहली बूंद के पाने भर से,
छलक उठा मय का प्याला।

गटक गया वो सारी बोतल,
तृप्त हुई उस की ज्वाला।
राग द्वेष सब भूल चुका था,
बाहर था वो अंदर वाला।

हंस के उसने गर्व से बोला,
देख ले ऐ ऊपर वाला।
मंदिर मस्जिद बंद हैं तेरे,
खुली हुई है मधुशाला।

पैर बिचारे झूम रहे थे,
आगे था सीवर नाला।
जलधारा में लीन हो गया,
जैसे ही पग को डाला।

दौड़े भागे लोग उठाने,
नाक मुंह सब था काला।
अपने दीवाने की हालत,
देख रही थी मधुशाला।

मंदिर-मस्जिद बंद करा कर ,
लटका विद्यालय पर ताला !
सरकारों को खूब भा रही ,
धन बरसाती मधुशाला !!

डिस्टेंसिंग की ऐसी तैसी ,
लाकडाउन को धो डाला !
भक्तों के व्याकुल हृदयों पर
रस बरसाती मधुशाला ।।

बन्द रहेंगे मंदिर मस्ज़िद ,
खुली रहेंगी मधुशाला।
ये कैसे महामारी है ,
सोच रहा ऊपरवाला ।।
-vibhor

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