विजीलैंस द्वारा पंचायत विभाग के डी.डी.पी.ओ. (मानसा), सुपरिडैंट और सीनियर सहायक रिश्वत लेते काबू

-दोषियों से 2 लाख की रिश्वत राशि बरामद
चंडीगढ़: पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने आज मानसा में तैनात डी.डी.पी.ओ जगतार सिंह सहित सुपरिडैंट राकेश कुमार और सीनियर सहायक गुरदर्शन सिंह को 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों काबू कर लिया।
इस संबंधी जानकारी देते हुए विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि शिकायतकर्ता मनदीप सिंह 2008 से 2012 तक भैनी बाघा जिला मानसा की ग्राम पंचायत का सरपंच रह चुका है। उक्त सरपंच को मौजूदा समय के बी.डी.पी.ओ. (मानसा) जगतार सिंह की तरफ से पंचायत द्वारा विकास कामों में गड़बडिय़ों के कारण 45 लाख रुपए जमा कराने का नोटिस जारी किया गया था और रकम की वूसली के लिए जगतार सिंह की हिदायतों और विभाग की तरफ से उक्त सरपंच की 13 एकड़ कृषि भूमि को ज़ब्त कर लिया गया था।
अब पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग ने पूर्व सरपंच मनदीप सिंह की समीक्षा अजऱ्ी पर कार्यकारी इंजीनियर पंचायती राज के ज़रिये पिछले विकास कामों की पुन: जांच के हुक्म जारी किये थे जिसने सिफऱ् 3.94 करोड़ की गड़बडिय़ों का पता लगाया जोकि पूर्व सरपंच की देनदारी बनती थी।
शिकायतकर्ता मनदीप सिंह ने विजीलैंस ब्यूरो को शिकायत में दोष लगाया कि डी.डी.पी.ओ. (मानसा) जगतार सिंह जोकि पहले मानसा में बी.डी.पी.ओ. के तौर पर तैनात था, ने राशि को जमा कराने के बदले 5 लाख रुपए की माँग की थी और सौदा 2.20 लाख रुपए में तय हुआ था। मनदीप सिंह ने यह भी बताया कि उसने सीनियर सहायक गुरदर्शन सिंह के ज़रिये 1 लाख रुपए की राशि का भुगतान पहले ही मुलजिम डी.डी.पी.ओ. को कर दिया है।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि दोषों की जांच के उपरांत विजीलैंस टीम ने कार्यवाही करके दो सरकारी गवाहों की मौजुदगी में डी.डी.पी.ओ. के साथ उसके दफ़्तर में बैठे राकेश कुमार को दूसरी किश्त के तौर पर दिए 1 लाख रुपए की रकम के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया। उसने यह भी बताया कि विजीलैंस टीम ने डी.डी.पी.ओ. के घर की तलाशी के दौरान पहली किश्त के तौर पर दिए 1 लाख रुपए भी बरामद कर लिए हैं।
प्रवक्तो ने बताया कि उक्त तीनों मुलजिमों के खि़लाफ़ विजीलैंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार निरोधक कानून की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत बठिंडा स्थित विजीलैंस ब्यूरो के थाने में मुकद्मा दर्ज करके अगली कार्यवाही आरंभ कर दी है।

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