राहुल गांधी पर सुखबीर का हमला अनुचित और बेतुका : कैप्टन अमरिंदर सिंह

चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सुखबीर सिंह बादल द्वारा 1984 के दंगों के सम्बन्ध में राहुल गांधी पर किये गए हमले की आलोचना करते हुए सुखबीर के बयान को अनुचित और बेतुका बताया है।

दिल्ली दंगों के सम्बन्ध में राहुल गांधी के भागीदार होने के शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष के बयान की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ओप्रेशन ब्ल्यू स्टार के समय राहुल गांधी स्कूल में पढ़ता था और यह बहुत अजीब बात है कि राहुल गांधी को उस कार्यवाही के लिए जि़म्मेदार ठहराया जा रहा है जिसके बारे में उसे उस समय कुछ भी पता नहीं था ।

एक पार्टी के तौर पर कांग्रेस कभी भी दंगों में शामिल नहीं हुई और यह बात लगातार सिख समुदाय पर मंडराती रही है । उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्तिगत रूप से इसमें शामिल था तो उसके साथ कानून अनुसार निपटा जायेगा । उन्होंने कहा कि कुछ व्यक्तियों के कारण समूची पार्टी पर दोष लगाना सुखबीर सिंह बादल की राजनैतिक तौर पर अपरिपक्वता और मूर्खतापूर्ण सोच को दर्शाता है।

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि राहुल गांधी का हाल ही का बयान उसके 1984 के पहले बयानों के संदर्भ में देखे जाने की ज़रूरत है । उसने खुद कुछ कांग्रेसियों के नाम लिए थे । मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ व्यक्तियों की करतूतों के कारण आप किसी समूची पार्टी पर दोष नहीं लगा सकते । उन्होंने फिर दोहराया कि 1984 की निर्मम हत्याओं में शामिल व्यक्तियों को फांसी पर लटका देना चाहिए चाहे वे किसी भी पार्टी के क्यों न हों।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि ऐसे विचारहीन और ज़रूरत से अधिक बयान अकालियों विशेषकर बादलों की आदत है । उन्होंने कहा कि सुखबीर का यह बयान उसकी बौखलाहट का नतीजा है क्योंकि पंजाब में उसका शिरोमणी अकाली दल पूरी तरह अलग-थलग पड़ गया है ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 1984 के दंगों बारे राहुल द्वारा दिए गए बयान को सिर्फ सुखबीर जैसा व्यक्ति ही बेतुके तरीके से परिभाषित कर सकता है । अकालियों में बयान समझने की कमी है । अकालियों में डा. मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी द्वारा इस संबंधी प्रकट किए गए दुख के पीछे की भावनाओं की सराहना करने की संवेदनशीलता भी नहीं है।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि उन्होंने कभी भी कांग्रेस पार्टी की इसमें संलिप्तता संबंधी बयान नहीं दिया । इस कारण राहुल द्वारा पलटी मारने का सवाल ही पैदा नहीं होता । सुखबीर सिंह बादल द्वारा इस मामले पर राहुल पर हमला करना दरअसल उसके खुद के डर को सामने लाता है क्योंकि कांग्रेस के अध्यक्ष की भारत और विदेशों में लोकप्रियता बढ़ रही है और सुखबीर को इसका डर सता रहा है ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी ने अपने भाषण में 1984 के दंगों सहित हर तरह की हिंसा की आलोचना की है और हिंसावादियों के लिए कड़ी सजा का न्योता दिया है । कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि दुर्भाग्य की बात यह है कि अदालती प्रणाली में देरी के कारण 1984 में प्रभावित हुए लोगों को न्याय नहीं मिला ।

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