मुख्यमंत्री द्वारा पुलिस को नशा तस्करों के खि़लाफ़ सख़्त कार्यवाही के हुक्म

ड्रग माफिया के साथ मिलीभुगत सामने आने पर किसी राजनैतिक व्यक्ति को भी न बक्शा जाये
नशे के आदी लोगों को मुख्य धारा में वापस लाने की ज़रूरत पर जोर
चंडीगढ़, 9 मईः पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने नशे की कुरीति के प्रति कोई ढिलाई न बरतते हुये आज पुलिस फोर्स को नशा बेचने वाले तत्त्वों के विरुद्ध बड़ी स्तर पर सख़्त कार्यवाही करने के साथ-साथ नशा विरोधी मुहिम में दखलअन्दाज़ी करने वाले किसी भी राजनैतिक व्यक्ति विरुद्ध शिकंजा कसने के हुक्म दिए हैं।
यहाँ अपनी सरकारी रिहायश पर नशा विरोधी टास्क फोर्स (एसटीऐफ) के प्रमुख हरप्रीत सिद्धू ने  नेतृत्व में उच्च स्तरीय मीटिंग की अध्यक्षता करते हुये भगवंत मान ने स्पष्ट तौर पर कहा कि ड्रग माफिया के साथ मिलीभुगत सामने आने पर किसी भी राजनैतिक व्यक्ति या अधिकारी को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा। हालाँकि, उन्होंने पुलिस अधिकारियों को कहा कि वह बिना किसी राजनैतिक दबाव के पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के एक नुकाती एजंडे पर काम करें। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “मेरा मानना है कि कुछ पुलिस अधिकारी पहले कुछ मजबूरियों में काम कर रहे थे परन्तु सभी अधिकारी एक ही जैसे नहीं हैं। यह हो सकता है कि पहले कुछ नशा तस्करों को राजनैतिक सरप्रस्ती मिलती रही हो परन्तु अब ऐसा नहीं होगा और राज्य में से नशे के कोढ़ को जड़ से खोदने के लिए आपको सभी को निडर होकर काम करना चाहिए।
नशे की सप्लाई लाईन तोड़ने की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुये भगवंत मान ने पुलिस अधिकारियों को कहा कि वह नशे बेचने वालों को गिरफ़्तार करें न कि नशे की गिरफ़्त में फंसे लोगों को क्योंकि यह लोग तो पहले ही ड्रग माफिया का शिकार हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रयास से आखिर में सप्लाई लाईन टूट जायेगी और पंजाब, जल्दी ही नशा मुक्त राज्य बन जायेगा। उन्होंने कहा कि यह कार्य पुलिस फोर्स के पूर्ण सहयोग से बिना पूरा नहीं किया जा सकता।
नसा तस्करों पर नुकेल कसने के बाद नशे के आदी लोगों के पुनर्वास पर अपनी सरकार की प्राथमिकता दिखाते हुए भगवंत मान ने इन सभी लोगों को मुख्य धारा में लाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया, जो बीते समय में भटक गए थे। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उनकी सरकार राज्य भर में नशा मुक्ति केन्द्रों को प्रभावी ढंग से चलाने के लिए पूरी ताकत लगाऐगी और काउंसलिंग प्रोग्राम चलाने के अलावा दवाओं की कोई कमी न होने देने को यकीनी बनाऐगी जिससे इलाज के बाद नौजवान फिर नशे का शिकार न हों।
राज्य में आतंकवाद के काले दौर का बहादुरी से मुकाबला करने के लिए पंजाब पुलिस की सराहना करते हुये भगवंत मान ने उम्मीद ज़ाहिर की कि पुलिस फोर्स अब नशे के आतंकवाद को जड़ से ख़त्म करके मिसाल कायम करेगी क्योंकि इस कुरीति ने हमारे नौजवानों की ज़िन्दगियां बर्बाद कर दीं। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को कहा कि वह नशे के विरुद्ध सख़्ती से निपटने के लिए चौकस रहें और इस बात से सचेत रहें कि उनके अधिकार क्षेत्र में कौन, कहाँ और किस किस्म के नशे बेचे जा रहे हैं।
इस मौके पर अन्यों के अलावा मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव ए.वेणू प्रसाद, एस.टी.एफ. के प्रमुख हरप्रीत सिद्धू, ए.डी.जी.पी इंटेलिजेंस एस.एस श्रीवास्तव और अन्य उपस्थित थे।

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