महिलाओं ने किया ऐसा श्रृंगार, सोने-चांदी के गहनें पड़े फीके, रुक-रुक कर देखने लगे लोग

भारत में सावन के महीने का खास महत्व है। इस महीने के दौरान होने वाली वर्षा से हर ओर हरियाली और खुशहाली होती है, लेकिन अमृतसर के विश्व प्रसिद्ध दुर्गायाना तीर्थ में स्थित श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर में इस महीने कुछ अलग ही नजारा देखने को मिलता है। इस महीने के दौरान नवविवाहित जोड़े सोने व चांदी के गहनों की बजाए फूलों का विशेष श्रृंगार कर यहां पर नतमस्तक होने पहुंचते हैं। नवविवाहित लड़कियां मंदिर में सोने के गहनों के स्थान पर फूलों से बने जेवरों को धारण कर माथा टेकने पहुंचती है और अपने परिवार की खुशहाली और पुत्र प्राप्ति के लिए प्रार्थना करती हैं।
इसे भी देखें…-कौवे तो काले ही होते हैं पर यह क्या यहां तो सफेद कौवा
मंदिर के पुजारी के मुताबिक सावन महीना खुशहाली और हरियाली का प्रतीक है। इसी महीने में माता पार्वती ने फूलों का श्रंगार कर भगवान शिव से सौभग्यवती रहने का वरदान प्राप्त किया था। मंदिर में भी भगवान की मूर्तियों का फूलों से श्रृंगार किया जाता है।

LEAVE A REPLY