मंगल दोष खतरनाक नहीं रहेगा बस थोड़ी सावधानी और कुछ साधारण उपाय

मंगल दोष को वैदिक ज्योतिष में सबसे खतरनाक दोष कहा जाता है। मंगल दोष को कुछ लोग मांगलिक दोष भी कहते हैं। ज्योतिष विधा के अनुसार मंगल ग्रह को विनाशकारी ग्रह भी माना गया है मंगल दोष का प्रभाव मंगल ग्रह की तेज प्रकृति के कारण होता है। कई बार जातक की कुंडली में मंगल दोष इस तरह से होता है कि उसे तबाह तक कर देता है। इस दोष के प्रभाव से जीवन में उथल-उथल मच जाती है, कोई भी कार्य सफल होने का नाम नहीं लेता, सारी कोशिशें बरबाद हो जाती है। जिन लोगों को मंगल दोष होता है उनकी शादी में भी परेशानियां आती हैं। 

मंगल दोष हमेशा ख़राब ही नहीं होता है, मंगल दोष को लेकर लोगों में बहुत सी गलत धारणाएं भी हैं| लोग अकसर इस दोष के होने से घबरा जाते हैं हालांकि मंगल दोष का लाभ भी देखा गया है,  मंगल तेज होने पर अधिकांश लोग सेना में काम करते है | खाड़ी युद्ध के बाद हुए सर्वे में जब अमेरिकन आर्मी की एक टुकड़ी की जनम तारीख और जनम समय के सैंपल इकट्ठे कर आंकलन किया गया तो सामने आया की उन सभी का मंगल तेज था | मंगल दोष होने पर कई बार व्यक्ति बड़े पद पर और ढेर सारी सम्पत्तियों का मालिक भी होता है| 

कहा जाता है कि कुण्डली में जब प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम अथवा द्वादश भाव में अन्य अशुभ ग्रहों के साथ मंगल ग्रह होता है तब यह और अधिक हानिकारक हो सकता है। किसी भी व्यक्ति की शादी होने पर सबसे पहले इस दोष के बारे में जानकारी लेना बहुत ही जरूरी हो जाता है| यह दोष जिनकी भी कुण्डली में हो उनका जीवनसाथी भी मांगलिक ही होना चाहिए। भगवान श्रीराम भी मांगलिक थे|

इस दोष को ज्योतिष में ‘ भोम’, ‘कुजा’ या ‘अंगारखा’ दोष के नाम से भी जानते है। यह पुरुषों और महिलाओं दोनों की ही कुंडली में हो सकता है। मंगल एक गर्म ग्रह है , यह ‘ गुस्सैल स्वभाव ‘ , ‘ अहंकार ‘, ‘ गर्व ‘ और ‘ उच्च आत्मसम्मान ‘ का प्रतिनिधित्व करता है। इसी वजह से मांगलिक दोष के व्यक्ति को अपने जीवन साथी के साथ समझौता करने में मुश्किलें आती है।

मंगल दोष होने पर वित्तीय नुकसान ,अनावश्यक संघर्ष, घृणा, बात बात पर झगड़ा होना, शारीरिक हिंसा और आखिरकार तलाक तक भी हो सकता है। नौकरीपेशा व्यक्तियों को यह नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है | जातक अपनी नौकरी से असंतुष्ट होकर बार बार नौकरी बदलता रहता है।

मंगल दोष होने पर व्यक्ति बहुत ही आलसी बन जाता है। व्यक्ति अचानक गुस्सा हो जाता है जिससे घर के अन्य सदस्यों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है | कई बार जातक कामुक रूप से बहुत ज़्यादा सक्रिय हो जाता है।

कई बार यह मानसिक अशांति पैदा करता है और विफलता की भावना भी जातक को बार बार परेशान करती रहती है । जिससे उनके स्वभाव में आक्रामकता आने लगती है और जातक लोगों के साथ व्यवहार करते समय समस्या पैदा करने लगता है। जातक अन्य लोगों के साथ गैरकानूनी कार्यों में शामिल होने लगता है।

यदि किसी जातक की कुंडली में मंगल है और उसका विवाह नहीं हो पा रहा है या विवाह होने के बाद वैवाहिक जीवन में संकटों से जूझना पड रहा है तो ये उपाय निश्चिंत तौर पर मंगल दोष को शांत कर आपके जीवन में खुशहाली लाएगा |

मंगल दोष के प्रभाव को खत्म करने के उपाय –

वर और कन्या दोनों में से कोई एक मांगलिक हो तो उन दोनों के विवाह से पूर्व जो भी मांगलिक हो उस का विवाह अन्य किसी वृक्ष के साथ कर देना चाहिए | जैसे की वर के मांगलिक होने पर उसे पहले तुलसी के पौधे के साथ फेरे लेने चाहिए इससे मंगल दोष तुलसी पर चला जाता है और वैवाहिक जीवन में मंगल बाधक नहीं बनता है। इसी प्रकार अगर कन्या मांगलिक है तो उसे केले/ पीपल के पेड़ या फिर भगवान विष्णु की चांदी / सोने की मूर्ति के साथ विवाह करके समाप्त किया जा सकता है। जब दो मांगलिक व्यक्तियों की शादी होती हैं, तो इस दोष का प्रभाव दोनों के लिए ही ख़तम हो जाता है और उनका वैवाहिक जीवन सुखी रहता है। 

आटे को लोई में गुड को रखकर सफेद गाय को खिलाने से मंगल दोष कम होता है। मंगलवार के दिन बंदरों को गुड़ और चने खिलाने से और इसके अलावा अपने घर में लाल फूल वाले पौधे या पेड़ लगाकर उनकी देखभाल करने से मंगल के प्रभाव को कम किया जा सकता है। इस बात का ध्यान रखें कि पौधे को लगा कर पानी देना ना भूलें वरना मंगल का प्रभाव बढ़ जाएगा | 

मांगलिक होने पर लाल रंग के वस्त्रों को पहननें से परहेज करना चाहिए। जिससे क्रोध कम से कम आए। जीवन संयमित हो,अधिक काम वासना से अलग रहें। अपनी सोच को और भी ज्यादा सकारात्मक बनाएं। हो सके तो मंगलवार को एक समय भोजन करे । साथ ही रोजाना हनुमान चालीसा का भी पाठ करें ताकि हनुमान जी प्रसन हों |

जिस जातक को मंगल दोष हो उसे अपने छोटे भाई बहनों का ख्याल रखना चाहिए। धर्म शास्त्रों के अनुसार यदि मंगलवार के दिन हनुमानजी के चरण से सिन्दूर ले कर उसका टीका माथे पर लगाया जाए तो हनुमान जी के प्रताप से मंगल दोष नष्ट हो जाता हैं। 

मंगला गौरी की कृपा से भी मंगल दोष कम होता है अत: शुक्रवार को माँ मंगला गौरी की आराधना करनी चाहिए । भगवान शिव के चमत्कारी महामृत्युजय मंत्र का जाप करने से भी मंगल दोष कम होता है। मंगल चन्द्रिका स्तोत्र का पाठ भी मंगल दोष कम करने का उत्तम उपाय है। 

यदि किसी व्यक्ति का जन्म मंगलवार को होता है और वह मांगलिक भी है तो इस दोष का असर अपने आप खत्म हो जाता है।
-वंदना

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