पंजाबी किसानों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे-डॉ अमर सिंह

फतेहगढ़ साहिब,  19 जुलाई

डॉ अमर सिंह सांसद फतेहगढ़ साहिब ने इस बार लोकसभा के मानसून सत्र की शुरुआत हमेशा की तरह संसद भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन के साथ की, याद रहे जब से यह कानून पारित हुए हैं, वे विरोध कर रहे है.

पंजाब में नए आंदोलन की शुरूआत किसानों ने खोला मोर्चा

उन्होंने कहा कि मानसून सत्र के पहले दिन उन्होंने कृषि कानून निरस्त होने तक संसद की सभी गतिविधियों को स्थगित करने का प्रस्ताव लाया था। उन्होंने कहा कि पहले दिन ही वह तेल की कीमतों में असहनीय वृद्धि के बारे में भी सवाल पूछेंगे, जिससे समाज के सभी वर्गों को नुकसान हो रहा है और सभी वस्तुओं की कीमतों को धक्का लगा है।

आंखों की रोशनी तेज करने के उपाय || Dr. Shikha Gupta ||

उन्होंने कहा कि पिछले साल किसान आंदोलन की शुरुआत से लेकर अब तक 500 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, फिर भी सरकार ने उनके बलिदान के प्रति कोई सहानुभूति नहीं दिखाई। उन्होंने कहा कि पंजाब के किसान किसानों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे।  उन्होंने घोषणा की कि कृषि कानूनों के निरस्त होने तक लड़ाई जारी रहेगी।

कांग्रेसी विधायक का सुखबीर बादल पर निशाना कही ऐसी बात! सुन हर कोई हैरान

डॉ  सिंह ने कहा कि मोदी सरकार का अंतिम लक्ष्य कुछ कॉरपोरेट घरानों के एजेंडे को पूरा करना और कृषि क्षेत्र को उन्हें सौंपना था, कृषि कानून पारित किए गए थे जैसा कि सरकार ने 2014 से कई अन्य क्षेत्रों के साथ किया था।  देश लगातार विरोध कर रहा है। मोदी सरकार किसान विरोधी, मजदूर विरोधी,अर्थ-विरोधी है, यह बात अब देश के कोने-कोने में फैल चुकी है।

-Nav Gill

LEAVE A REPLY