केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को स्पीकर राणा के.पी. सिंह ने लिखा पत्र

– कैनेडा में पंजाब के 2 विधायकों को दाखि़ला न देने के मामले पर कार्यवाही की मांग

चंडीगढ़: केंद्रीय विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज को पंजाब विधानसभा के स्पीकर राणा के.पी. सिंह ने पत्र लिख कर ओटावा हवाई अड्डे में पंजाब के 2 विधायकों श्री कुलतार सिंह संधवां और श्री अमरजीत सिंह सन्दोआ को दाखि़ल न होने देने सम्बन्धित मामले पर कार्यवाही की माँग की है। 

स्पीकर ने लिखा है कि, ‘भारत और कैनेडा की सभी विधानक संस्थाओं राष्ट्रमंडल पारलीमैंटरी एसोसिएशन की शाखाएं हैं और दोनों देशों के विधानक संस्थाओं के मैंबर सी.पी.ए. (कॉमनवैल्थ पारलीमैंटरी एसोसिएशन) के मैंबर हैं। जहाँ हम दोनों देशों के विधायकों के मध्य सी.पी.ए. गतिविधियां जैसे भाईचारा, आपसी सांझ और सहयोग, अनुभवों के आदान-प्रदान और संबंधों के सुधार आदि को प्रोत्साहन देने की कोशिश कर रहे हैं , वहीं हमारे विधायकों /जनप्रतिनिधि के साथ अपमानजनक व्यवहार किया जा रहा है।’ 

उन्होंनेे कहा कि जायज वीज़ा होने के बावजूद ओटावा हवाई अड्डे में अपनी पहचान का खुलासा किया गया तो कैनेडियन अथोरिटी का फ़र्ज़ बनता था कि वह इन विधायकों की सहायता करते और विनम्रता भरा व्यवहार अपनाते। हालात चाहे जो भी थे, पंजाब के विधायकों के प्रति कैनेडियन अथोरिटी की तरफ से दिखाया गया ऐसा व्यवहार ऐसा नहीं होना चाहिए था, यह एक गंभीर चिंता की बात है। उन्होंने लिखा कि भारत सरकार कैनेडा और दूसरे देशों से भारत के दौरे पर आने वाले जनप्रतिनिधि के साथ ऐसा अपमानजनक व्यवहार कभी भी नहीं करता है । उचित कार्यवाही की माँग करते हुए राणा के.पी. सिंह ने विदेश मंत्री को लिखा, ‘मैं आपको विनती करता हूँ कि इस मामले की उचित पड़ताल की जाये और इस मुद्दे को उचित कैनेडियन अथोरिटी के पास उठाया जाये जिससे हमारे देश के जनप्रतिनिधि भविष्य में ऐसे भद्दे और अपमानजनक व्यवहार का शिकार न होने।’

उस समय के विरोधी पक्ष के नेता श्री सुखपाल सिंह खहरा के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी के वफद द्वारा 24 जुलाई को पंजाब विधानसभा के स्पीकर राणा के.पी. सिंह के साथ विशेष तौर पर मुलाकात करके इस मामले में उनके दख़ल की माँग की गई थी।

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